::चार जिलों की पुलिस ने छः दिन की लगातार सर्चिंग में जिसे पकड़ा वह पांचवें दिन जमानत पर छूट गया::
इन्दौर तड़के साढ़े चार बजे बाणगंगा थाना क्षेत्र की लंदन विलाज टाउनशिप में इंडियन आइल कार्पोरेशन के मैनेजर पुष्पेंद्र सिंह के घर में हुई सनसनीखेज डकैती ने जहां पूरे शहर को झकझोर कर रखते शहर में लागू हुई कमिश्नर प्रणाली को भी सवालिया निशान के घेरे में लें लिया था वहीं डकैती के आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस कार्रवाई से शहरवासियों में विश्वास जागा था परन्तु वह विश्वास उस समय फिर चकनाचूर हो गया जब इस सनसनीखेज डकैती के मुख्य आरोपी सेमला की गिरफ्तारी के पांचवें दिन ही जिला कोर्ट से जमानत हो गई। पुलिस के लिए चुनौती बन गए जिस डकैत के लिए पुलिस ने छह दिनों तक चार जिलों में सैकड़ों जवानों के साथ लगातार सर्चिग कर उसे पकड़ा, उसे पांच दिन भी जेल में नहीं रोक पाई पुलिस। डकैत सोमला अपने वकील के साथ जमानत लेकर रफूचक्कर हो गया और पुलिस हाथ मलती रह गई। हालांकि पुलिस अफसरों ने महकमे में ही कार्रवाई करते हुए बाणगंगा थाना प्रभारी और एसआइ को लाइन अटैच कर दिया है। और इस कार्रवाई को इसी के संदर्भ में बताया जा रहा है।
बता दें कि इंडियन आइल कार्पोरेशन के मैनेजर पुष्पेंद्र सिंह के घर में सुबह साढ़े चार बजे डकैती की सनसनीखेज वारदात हुई थी। जिसमें डकैत पुष्पेंद्र और उनकी पत्नी आकांक्षा को उनके बेडरूम में ही बंधक बना सोने के आभूषण और नकदी लेकर फरार हो गए थे। अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करते चार जिलों की पुलिस ने छह दिन बाद लगातार सर्चिग करते बड़ी कदवाल के डकैत सोमला को अलीराजपुर के आगे से गिरफ्तार किया था। साथ डकैती के इस सनसनीखेज मामले में पुलिस ने पांच अन्य को भी नामजद किया था। जिनकी गिरफ्तारी होनी बाकी है। इधर गिरफ्तार डकैत सेमला की मंगलवार को रिमांड समाप्त होने पर उसे दोबारा कोर्ट में पेश किया जहां जेएमएफसी कोर्ट से सोमला को जमानत हो गई। और वह रवाना हो गया।