सीएए को लेकर सीएम केजरीवाल के खिलाफ हुआ प्रदर्शन
नई दिल्ली,(ईएमएस)। सीएए यानी नागरिकता संशोधन कानून लागू किए जाने के बाद से ही केंद्र सरकार और विपक्ष के बीच सियासी तलवारें खिंची हुई है। विपक्ष के नेता सरकार के फैसले को गलत बताने के लिए लगातार बयानबाजी कर रहे हैं। ऐसे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बयान को लेकर अब प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए हैं।
इस मामले में केंद्र सरकार की मुश्किलें भले न बढ़ें लेकिन सीएम केजरीवाल की मुश्किलें जरुर बढ़ती दिख रही हैं। वैसे भी सत्ता पक्ष ने सीएए को केंद्र सरकार का ऐतिहासिक कदम बताकर पूरे समर्थन में आ गए हैं। इसके विपरीत मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सीएए के खिलाफ बयान देकर मुसीबत मोल ले ली है। दरअसल उनके आवास के बाहर गुरुवार सुबह से ही प्रदर्शनकारी जुटे और केजरीवाल के खिलाफ नारेबाजी की है। बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार के द्वारा लागू सीएए कानून से कई शरणार्थियों को राहत मिलती दिखी है और इन्हें लग रहा है कि उन्हें भारतीय नागरिकता मिलने का रास्ता साफ हो गया है। ऐसे में विरोध करने वालों की आवाज को दवाने का कार्य भी शुरु हो गया है, जिसके चलते सबसे पहले सीएम केजरीवाल को घेरा गया है, जिन्होंने सीएए के दुष्परिणाम गिनाते हुए इस पर रोक लगाए जाने की मांग भी की है।
गौरतलब है कि दिल्ली समें देश के अनेक हिस्सों में पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए गैरमुस्लिम शरणार्थी रह रहे हैं। ऐसे में शरणार्थियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने केंद्र सरकार के इस फैसले का समर्थन करते हुए भाजपा कार्यालय पहुंच आभार व्यक्त किया है।
विरोध में केजरीवाल कर चुके हैं प्रेसवार्ता
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सीएए के खिलाफ पहले ही प्रेसवार्ता कर अपना विरोध दर्ज करा दिया है। उनका कहना था कि यह कानून भाजपा ने सिर्फ लोकसभा चुनाव में लाभ लेने के लिए ही लागू किया है। वैसे भी इस कानून के चलते पड़ोसी देशों से लाखों लोग भारत का रुख करेंगे, ऐसे में देश में व्याप्त बेरोजगारी भयावह से और भयावह हो जाएगी और देश की व्यवस्था बिगड़ सकती है। इस आशय के बयान का विरोध करते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सीधी केजरीवाल पर निशाना साधा था और कहा था कि सीएम केजरीवाल सिर्फ झूठ बोलने के आदि हैं। इसके बाद केजरीवाल के बयान खिलाफ भाजपा के अनेक मंत्रियों ने एतराज दर्ज कराया और तीखे प्रहार किए हैं। अब चूंकि सीएम केजरीवाल के खिलाफ प्रदर्शन और नारेबाजी भी हुई है, ऐसे में कहा जा रहा है कि केजरीवाल मुसीबत मोल ले चुके हैं, जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ सकता है।