-बाइडेन परेशान, टीम ने अपने समर्थकों को टेक्स्ट वार्निंग भेजी
वाशिंगटन । अमेरिका का पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हश मनी मामले में दोषी करार दिए गए हैं। 12 सदस्यों की जूरी ने हश मनी मामले के 34 आरोपों में डोनाल्ड ट्रंप को दोषी माना है। अमेरिका के इतिहास में यह पहली बार है जब किसी पूर्व राष्ट्रपति को आपराधिक मामले में दोषी ठहराया गया है। ट्रंप की सजा पर 11 जुलाई को सुनवाई की जाएगी। दोषी पाए जाने के बाद डोनाल्ड ट्रंप की मुसीबत बढ़ गई है। इस मामले में ट्रम्प को जेल भी हो सकती है और नहीं भी। ट्रंप दोषी पाए उनके राजनीतिक विरोधी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन खुश नहीं है वह परेशान नजर आ रहे हैं।
दरअसल, जो बाइडेन की परेशानी की वजह भी डोनाल्ड ट्रंप ही हैं। बाइडेन को शक है कि ट्रंप अब अमेरिकी चुनाव में खुलकर पैसों का इस्तेमाल करेंगे। इस फैसले के बाद ट्रंप फंड रेजिंग का एक नया रिकॉर्ड बनाएंगे। टीम बाइडेन ने कैंपेन के हिस्से के रूप में अपने समर्थकों को टेक्स्ट वार्निंग भेजा है। संदेश में कहा गया है कि यह वे पैसे हैं, जिनका इस्तेमाल डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस में वापस आने के लिए करेंगे, ताकि अपने राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ बदला लेने और धमकियों को पूरा कर सकें। एक रिपोर्ट के मुताबिक बाइडेन टीम के टेक्स्ट मैसेज में यह भी कहा कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हराने का एकमात्र तरीका वोट देना ही है।
बता दें कि अमेरिका में नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होना है। डोनाल्ड ट्रंप न केवल पहले ऐसे राष्ट्रपति हैं, जिन्हें किसी अपराध का दोषी पाया गया है, बल्कि वे राष्ट्रपति चुनाव अभियान के बीच में किसी अपराध का दोषी पाए जाने वाले पहले बड़ी पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार भी हैं। अगर वे राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडेन को हरा देते हैं, तो वे इतिहास में पहले ऐसे राष्ट्रपति होंगे, जो किसी अपराधी के रूप में दोषी पाए गए हैं।
दरअसल, अमेरिका में बिजनेस रिकॉर्ड छिपाना या उसमें धोखाधड़ी करना बड़ा अपराध माना जाता है। इसमें जुर्माना और जेल दोनों का प्रावधान हैं। अब सवाल उठता है कि क्या डोनाल्ड ट्रंप को जेल की सजा होगी? तो यह संभव नहीं दिखता है। उन पर जुर्माना लगाया जा सकता है या फिर उन्हें नजरबंद किया जा सकता है। जेल हो, यह शायद संभव नहीं। इसकी वजह यह है कि अमेरिका में फर्स्ट टाइम ऑफेंडर को जेल की सजा रेयरेस्ट ऑफ द रेयर मामले में ही मिलती है। इसमें देखा जाता है कि उसका क्रिमिनल बैकग्राउंड है या नहीं। हालांकि, यह सब कुछ जज और केस की मेरिट पर डिपेंड करता है।