हम इंडिया गठबंधन की सरकार बनाएंगे: ममता बनर्जी

कोलकाता । टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि हमारी पूरी कोशिश है कि हम केंद्र में इंडिया गठबंधन की सरकार बनाएं और पीएम मोदी को सत्ता से बाहर कर दें। बनर्जी ने राज्य के लोगों को बधाई देते हुए कहा, ‘मैं हमेशा बंगाल के लोगों की आभारी रहूंगी। मैं खुश हूं कि मोदी जी को अकेले दम पर बहुमत नहीं मिला है। वह विश्वसनीयता खो चुके हैं। ‘इस बार, 400 पार’ का नारा देने वाले मोदी जी को अब अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।’ ममता ने यह भी कहा कि वह यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगी कि मोदी सत्ता से बाहर हों और केंद्र में ‘इंडिया’ गठबंधन सरकार बनाए।
बनर्जी ने कहा कि उन्होंने लोक सभा चुनाव में विधान सभा चुनाव से भी बेहतर प्रदर्शन किया है। विपक्षी दलों ने राज्य की तृणमूल सरकार को भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर घेरने की कोशिश की थी, लेकिन मतदाताओं पर इस मुहिम का खास असर नहीं हुआ।उन्होंने राज्य के लोगों को बधाई देते हुए कहा, ‘मैं हमेशा बंगाल के लोगों की आभारी रहूंगी। मैं खुश हूं कि मोदी जी को अकेले दम बहुमत नहीं मिला है। वह विश्वसनीयता खो चुके हैं। ‘इस बार, 400 पार’ का नारा देने वाले मोदी जी को अब अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।’ ममता ने यह भी कहा कि वह यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगी कि मोदी सत्ता से बाहर हों और केंद्र में ‘इंडिया’ गठबंधन सरकार बनाए।
विरोधी दलों के भ्रष्टाचार के प्रचार को धता बताते हुए लोक सभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल पर फिर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। बेहद कड़े मुकाबले में तृणमूल ने राज्य की 29 सीटों पर लंबी बढ़त बना ली और भाजपा को केवल 12 सीटों तक ही समेट दिया। राज्य विधान सभा में विपक्ष के नेता और नंदीग्राम से विधायक ने कहा कि बंगाल में भाजपा ने उम्मीद से बहुत कम प्रदर्शन किया है, लेकिन राज्य के 39 प्रतिशत लोगों ने उनकी पार्टी में भरोसा जताया है। वोट शेयर के मामले में तृणमूल कांग्रेस को 45.79 और भाजपा को 38.67 प्रतिश वोट मिले हैं। पिछले चुनाव में तृणमूल को 22 सीट मिली थी, जबकि 2014 के चुनाव में पार्टी ने राज्य की 34 सीटें जीती थीं। तृणमूल के लिए सबसे बड़ी चिंता इस बात को लेकर थी कि भाजपा धीरे-धीरे उसके गढ़ पर कब्जा करती जा रही थी, क्योंकि पिछले चुनाव में विपक्षी दल को 18 सीट और लगभग 40.6 प्रतिशत वोट मिले थे, लेकिन इसके बाद हुए 2021 के विधान सभा चुनाव में बनर्जी ने शानदार जीत दर्ज की और अब लोक सभा चुनाव में सीट बढ़ाकर उन्हें इस बात का संतोष हो सकता है कि वह राज्य में अपनी और पार्टी की हैसियत बरकरार रखने में कामयाब रहीं।