अयोध्या । अयोध्या में राम मंदिर के अलावा भक्तों को राम जन्मभूमि परिसर और भी मठ-मंदिरों के दर्शन करने का जल्द ही सौभाग्य मिलने वाला है। राम मंदिर परिसर में प्रभु राम के अलावा 25 और मूर्तियां लगेंगी। इसमें श्रीराम दरबार, सप्तऋषि, शेषावतार और कुछ अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां शामिल हैं। ये मूर्तियां पहले तल पर स्थापित होगी। रामचरित मानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास की एक बड़ी मूर्ति भी लगेगी। राम मंदिर के चारों ओर आयताकार में एक परकोटा तैयार किया जा रहा है। जिसमें लगभग 8 लाख घन फीट पत्थर का इस्तेमाल किया जाएगा।
राम मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक अभी इसमें लगभग 2 लाख घनफीट पत्थर ही लगाए गए हैं, इस परकोटे में 6 मंदिर बनाए जाएंगे इसके अलावा मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार का निर्माण होगा। राम जन्मभूमि परिषर में सप्त ऋषियों के मंदिर बनाए जाएंगे। इसके साथ ही प्रभु राम के छोटे भाई लक्ष्मण का भी मंदिर राम मंदिर परिसर में बनाया जाएगा। रामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास और भगवान शंकर माता पार्वती का भी मंदिर राम मंदिर परिसर में बनाया जाएगा। इन मूर्तियों का निर्माण भी दिसंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने राम मंदिर का निर्माण का काम तेजी से हो रहा है। निर्माण में अब तक तीन लाख घन फीट पत्थर का इस्तेमाल हो चुका है। राय ने बताया कि राम मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार का निर्माण किया जाएगा इसके अलावा सप्त ऋषि के मंदिर बनाए जाएंगे। लक्ष्मण जी का मंदिर बनेगा। गोस्वामी तुलसीदास का मंदिर बनेगा। इन मंदिरों में लगने वाली सभी मूर्तियां दिसंबर 2024 तक बनकर तैयार होगी। इन मूर्तियों का निर्माण जयपुर में किया जाएगा। इन मूर्तियों का निर्माण मकराना के संगमरमर से बनाया जाएगा।