भाजपा मेरे स्वागत को उतावली है,लेकिन हम हरियाणा में सभी सीटे जीत रहे हैं: सैलजा

हिसार । कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सैलजा ने एक तरफ कांग्रेस की जीत का दावा किया है और दूसरी तरफ उन्होंने यह कहकर सियासत गरमा दी है कि भाजपा उनके स्वागत के लिए उतावली है। अब लोग उसके मायने निकाल रहे हैं। चर्चा ये होने लगी है कि ये दवाब बनाने की राजनीति है कि, कांग्रेस ने सीएम नहीं बनाया तो उनके लिए दूसरे विकल्प भी खुले हैं। हालांकि ये सिर्फ चर्चाएं है जिन पर लगाम नहीं लगाई जा सकती है। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी सैलजा ने शनिवार को हिसार के एक मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला। मतदान करने के बाद पोलिंग बूथ के बाहर मीडिया कर्मियों से बातचीत में उन्होंने विश्वास जताया कि कांग्रेस ​हरियाणा में सरकार बनाने जा रही है। यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस जीती तो हरियाणा में मुख्यमंत्री कौन होगा, कुमारी सैलजा ने कहा कि इसका फैसला आलाकमान करेगा। हरियाणा के पूर्व सीएम और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर की ओर से बीजेपी में शामिल होने का ऑफर मिलने पर कुमारी सैलजा ने कहा, बीजेपी मेरा स्वागत इसलिए करना चाहती है, क्योंकि वह हरियाणा में बहुत कमजोर है।
वह मजबूत नेताओं को अपने साथ लाने के लिए कुछ भी करेगी। कुमारी सैलजा से पत्रकारों ने पूछा कि कांग्रेस हरियाणा में कितनी सीटें जीतेगी, तो उन्होंने कहा कि हम सभी 90 सीटें जीतेंगे। उन्होंने 3 अक्टूबर को दिल्ली में कांग्रेस नेतृत्व से मुलाकात की। ऐसी खबरें आईं कि वह हरियाणा में भूपेंद्र हुड्डा गुट द्वारा पार्टी मामलों को जिस तरह संभाला गया, उससे नाराज थीं।कुमारी सैलजा ने कहा कि यह चुनाव हरियाणा की किस्मत बदलने वाला होगा। हालांकि यह एकतरफा मुकाबला है। कांग्रेस सरकार बनाने जा रही है और जनता की ओर से भी यह संकेत मिल रहा है। एक दिन पहले बातचीत में कुमारी सैलजा ने कहा था, आलाकमान मुख्यमंत्री के लिए कुछ नेताओं के नाम पर विचार कर रहा होगा। मुझे लगता है कि सैलजा भी उनमें से होंगी। निर्णय लेते समय पार्टी नेतृत्व वरिष्ठता और पार्टी के लिए किए गए काम जैसे कारकों को ध्यान में रखेगा।कुमारी सैलजा ने कहा कि पार्टी के प्रति मेरी प्रतिबद्धता कभी सवालों के घेरे में नहीं रही। मुझे विश्वास है कि आलाकमान पार्टी के लिए मेरे काम को कभी नजरअंदाज करेगा। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा हरियाणा में कैम्पेन के दौरान पार्टी के कार्यक्रमों में काफी हद तक अनुपस्थित रहीं और इसके बजाय वह अपने लोकसभा क्षेत्र में सक्रिय देखी गईं।