:: रोचक स्पर्धाओं के साथ गोयल पारमार्थिक ट्रस्ट के तत्वावधान में करवा चौथ उजमन का उत्साहपूर्ण आयोजन ::
इन्दौर । हाथों में मेहंदी और माथे पर बिंदिया सहित सुहागन के सोलह श्रृंगार में सजी-धजी अग्रवाल समाज की 1200 महिलाओं और उनके पतिदेव ने गोयल पारमार्थिक ट्रस्ट की मेजबानी में राजीव गांधी चौराहा स्थित शुभकारज गार्डन परिसर में करवा चौथ व्रत का आनंद बड़े उत्साह, जोश और गरिमा के साथ मनाया। जैसे ही बादलों की ओट से चांद के दर्शन की प्रतीक्षा खत्म हुई, सजी-धजी महिलाओं ने चांद को अर्ध्य देकर अपने-अपने पतिदेव के परंपरागत रूप से दर्शन किए। इसके पूर्व समाज की महिलाओं ने अंताक्षरी, वन मिनट गेम्स, कपल गेम्स, कलश सज्जा, तंबोला और रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी अपनी भागीदारी दर्ज कराई।
गोयल पारमार्थिक ट्रस्ट की मेजबानी में आयोजित इस उजमन महोत्सव में महिलाओं के आगमन का क्रम सांय 7 बजे से ही शुरू हो गया था। करवा एवं चौथ माता तथा भगवान श्रीनाथजी को लगाए गए 56 भोग की सुगंध से परिसर महकता रहा। संयोजक सोनल अग्रवाल, सुनीता अग्रवाल एवं आशा गोयल ने बताया कि उजमन महोत्सव में शामिल महिलाओं ने चांद के इंतजार में अनेक लोकप्रिय गीतों का भी भरपूर आनंद लिया। समाजसेवी प्रेमचंद गोयल के आतिथ्य में इस दौरान ‘गंगा मैया में जब तक पानी रहे, मेरे सजना तेरी जिंदगानी रहे…’ ‘जाने कितने दिनों के बाद गली आज चांद निकला…’ ‘तुम्हे और क्या दूं मैं दिल के सिवाय, तुमको हमारी उमर लग जाए…’ ‘जनम-जनम का साथ है निभाने को…’ ’वादा कर ले साजना तेरे बिना मै न रहूं….’ ‘पिया पिया बोले मेरा जिया…’ ‘सौ बार जनम लेंगे हम…’ जैसे पति-पत्नी के अटूट प्रेम को अभिव्यक्त करने वाले गीतों से समूचा परिसर गूंजता रहा। गीतों के साथ नृत्य के जोश ने निर्जला उपवास की थकान भी सुहागनों ने भुला दी। पतियों के समूह ने भी इस पूरे उत्सव का आनंद लिया। महोत्सव की संरक्षक श्रीमती कनकलता प्रेमचंद गोयल एवं श्रीमती कृष्णा विजय गोयल के मार्गदर्शन में महिलाओं की यह शालीन महफिल करीब डेढ़ घंटे सजी रही। गीतकार धीरज और गायिका प्रियंका ने भी अपने भजनों से सबको मंत्रमुग्ध बनाए रखा। रात को जैसे ही चतुर्थी के चांद के दीदार हुए, सुहागनों ने कलश लेकर पहले चंद्रमा को अर्ध्य दिया, फिर पति के दर्शन और चरण स्पर्श कर उनके हाथों से जल का घूंट लेकर इस उत्सव एवं अपने उपवास को सार्थक बनाया।
इस अवसर पर वरिष्ठ समाज सेवी विनोद अग्रवाल, विमल टोडी (मोयरा सरिया), पवन सिंघानिया, टीकमचंद गर्ग, विष्णु बिंदल, दिनेश मित्तल, अविनाश ओएस्टर, प्रवेश अग्रवाल सौम्या सहित बड़ी संख्या में शहर के प्रमुख समाजसेवी बंधु अतिथि के रूप में उपस्थित थे। करीब 1200 महिलाओं द्वारा एक साथ चंद्रमा एवं पति के दर्शन का दृश्य देखने लायक था। गार्डन पर विशेष रूप से सेल्फी पाइंट भी चंद्रमा की पृष्ठभूमि में बनाया गया था, जहां देर रात तक सुहागन महिलाओं ने सैकड़ों तस्वीरें अपने-अपने मोबाइल कैमरों में कैद की। इसके पूर्व अतिथियों ने महाराजा अग्रसेन के चित्र पूजन के साथ उत्सव का शुभारंभ किया। उजमन में शामिल महिलाओं को अनेक उपहार एवं अन्य सामग्री भेंटकर विदा किया गया। देर रात तक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां चलती रही।