विजय गोयल ने प्रदूषण के खिलाफ आईटीओ चौक पर किया प्रदर्शन
कहा- प्रदूषण के खिलाफ केजरीवाल की जंग सिर्फ ‘ड्रामा’
दिल्ली ‘गैस चैंबर’ में तब्दील हो चुकी है- गोयल
नई दिल्ली। वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने आज सैंकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ आईटीओ चौक पर दिल्ली के बढ़ते प्रदूषण को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया और आईटीओ चौक से गुजरने वाले वाहनों में लोगों को बड़ी संख्या में मास्क बांटे।
गोयल ने सरकार के उपायों को महज नाटक करार देते हुए प्रदूषण के खिलाफ उसकी लड़ाई को ‘ड्रामा’ बताया। इस अवसर पर गोयल ने बड़ी संख्या में लोगों को मास्क भी बांटे।
आईटीओ चौक पर विरोध प्रदर्शन करते हुए गोयल ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ राजधानी में प्रदूषण से निपटने में केजरीवाल की विफलता की निंदा करते हुए नारे लगाए।
केजरीवाल के प्रदूषण विरोधी अभियान को महज नाटक बताते हुए गोयल ने कहा, यह कुछ और नहीं बल्कि केंद्र सरकार पर दोष मढ़ने का प्रयास है। पिछले एक दशक में केजरीवाल और उनकी पार्टी प्रदूषण से निपटने के लिए कोई ठोस उपाय लागू करने में विफल रही है, जिससे राजधानी गैस चैंबर में तब्दील हो गई है। लोगों की सांस फूल रही है, फेफड़ों में जलन हो रही है और अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। यहां तक कि दिल्ली में लोग प्रदूषण के कारण जिनमें बड़ी संख्या में युवा हैं, पलायन कर रहे हैं।
वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर और यमुना में जल प्रदूषण की भयावह स्थिति पर प्रकाश डालते हुए गोयल ने केवल कागजों पर तथाकथित प्रदूषण पर युद्ध छेड़ने के लिए दिल्ली सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा, केजरीवाल ने नागरिकों को जहरीली हवा और दूषित पानी सहने के लिए छोड़ दिया है, जिससे उनका स्वास्थ्य गंभीर खतरे में पड़ गया है।
गोयल ने सवाल किया कि आखिर केजरीवाल को दिल्ली के प्रदूषण से निपटने में और कितने साल लगेंगे। उन्होंने बताया कि पिछले 10 वर्षों में केजरीवाल ने कार्रवाई की तुलना में बयानबाजी पर अधिक ध्यान केंद्रित किया है। गोयल ने कहा, एक साल रेड लाइट ऑन, कार ऑफ, दूसरे साल ऑड-ईवन और फिर कोई और नाटक। दिल्ली सरकार यही कर रही है। हर साल सिर्फ यही नाटक दोहराया जाता है।
गोयल ने कहा कि दिल्ली में AQI 500 और कुछ जगहों पर 1133 तक पहुंच गया है। दिल्ली के लोग प्रदूषण के कारण सुबह की सैर के लिए बाहर नहीं जा सकते हैं, लेकिन दिल्ली सरकार अपने नागरिकों के कल्याण के लिए चिंतित नहीं है।
गोयल ने कहा कि दिल्ली में एक सरकार 10 सालों से है और उसने में प्रदूषण के लिए कोई ठोस उपाय नहीं करे, जैसे कूड़े के ढरे को खत्म न करना, प्रदूषण रोकने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इंतजाम न करना, सड़कों पर कूड़े और सीवर की व्यवस्था न करना, पंजाब में अपनी सरकार होते हुए भी पराली जलाने से न रोकना, हुई मिट्टी और गर्दे को रोक न पाना। केजरीवाल सरकार बताए, अगर एक भी उपाय उन्होंने प्रदूशण को रोकने के लिए किए हों।
गोयल ने कहा कि 18 नवंबर 2024 को दिल्ली में AQI 493 तक पहुंच गया जो सबसे खतरनाक है और यह विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की वायु प्रदूषण के लिए सुरक्षित सीमा से 30 गुना से भी अधिक है।