नई दिल्ली । सरकारी सीमाओं में बंधा अफसर कई बार मन की बात नहीं कह पाता है। जब रिटायर होता है तो कहने से चूकता भी नहीं है। शक्तिकांत दास करीब छह साल तक आरबीआई के गवर्नर रहने के बाद 10 दिसंबर को रिटायर हो गए। उनकी जगह अब राजस्व सचिव रहे संजय मल्होत्रा लेंगे। आज शक्तिकांत दास ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर पोस्ट के जरिए पीएम नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और पूरी आरबीआई टीम को धनयवाद दिया। एक्स पर अपने पोस्ट में उन्होंने लिखा, आज आरबीआई गवर्नर के रूप में पद छोड़ दूंगा। आपके समर्थन और शुभकामनाओं के लिए आप सभी का धन्यवाद। आरबीआई गवर्नर के रूप में देश की सेवा करने का अवसर देने और उनके मार्गदर्शन और प्रोत्साहन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का बहुत-बहुत आभारी हूं। उनके विचारों और सोच से बहुत लाभ हुआ।
उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बारे में लिखा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को उनके निरंतर समर्थन और सहयोग के लिए हार्दिक धन्यवाद। राजकोषीय-मौद्रिक समन्वय अपने सर्वश्रेष्ठ स्तर पर था और पिछले छह वर्षों के दौरान कई चुनौतियों से निपटने में हमारी मदद की।उन्होंने आगे लिखा है, मैं वित्तीय क्षेत्र और अर्थव्यवस्था के सभी हितधारकों, विशेषज्ञों और अर्थशास्त्रियों, उद्योग निकायों और संघों, कृषि, सहकारी और सेवा क्षेत्रों के संगठनों को उनके इनपुट और नीतिगत सुझावों के लिए धन्यवाद देता हूं। आरबीआई की पूरी टीम को बहुत-बहुत धन्यवाद। हमने मिलकर अभूतपूर्व वैश्विक झटकों के असाधारण कठिन दौर को सफलतापूर्वक पार किया। आरबीआई एक भरोसेमंद और विश्वसनीय संस्था के रूप में और भी आगे बढ़े, यही कामना है। आप सभी को मेरी शुभकामनाएं।
12 दिसंबर 2018 में उन्हें इस पद पर नियुक्त किया गया था। उनका कार्यकाल बाद में तीन साल और बढ़ाया गया था। नवंबर 2016 में जब नोटबंदी हुई थी, तब भी दास ही मुख्य मोर्चे पर थे। उन्होंने कोविड के दौरान और उसके बाद देश में महंगाई की समस्या को काबू में करने की दिशा में उल्लेखनीय काम किया है। दास ने भारत की ओर से ब्रिक्स, इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड और सार्क में प्रतिनिधित्व किया है।