सांसदों के बीच धक्कामुक्की मामले में एसआईटी का गठन, जांच ने पकड़ी गति

नई दिल्ली । संसद में हुए धक्का-मुक्की मामले की जांच गति पकड़ने लगी है। मामले को पार्लियामेंट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन से दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर किया है। इसकी जांच अब क्राइम ब्रांच की चाणक्यपुरी स्थित आईएससी यूनिट करेगी।
यह पूरा मामला संसद परिसर में सांसदों के बीच धक्कामुक्की का है, इसमें बीजेपी के दो सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत घायल तक हो गए थे। दोनों का इलाज आरएमएल अस्पताल में चल रहा है। इस मामले की संजीदगी और गंभीरता को देखकर क्राइम ब्रांच की एक एसआईटी टीम का गठन किया गया है।
जांच में दो एसीपी भी शामिल
क्राइम ब्रांच की एसआईटी की टीम में 2 एसीपी, 2 इंस्पेक्टर और 3 सब इंस्पेक्टर शामिल है। जो सीधे डीसीपी को रिपोर्ट करने वाले है। इस मामले की जांच में 2 एसीपी को एसआईटी में इसलिए शामिल किया गया है कि क्योंकि मामला पॉलिटिकली हाई प्रोफाइल है।
अमूमन देखा गया है कि पॉलिटिकल हाई प्रोफाइल मामले हमेशा दिल्ली पुलिस की आईएससी क्राइम ब्रांच यूनिट को ही जांच दी जाती है। सूत्रों की मानें पार्लियामेंट एडमिस्ट्रेशन को सीसीटीवी फुटेज के लिए लेटर लिखा जाएगा, जिसमें घटना से जुड़ी जांच के लिए सीसीटीवी फुटेज काफी मायने रखती है।
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने बीएनएस की धारा 115 यानी स्वेच्छा से चोट पहुंचान, धारा 117 यानी स्वेच्छा से गंभीर चोट पहुंचाना, धारा 125 यानी दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने का काम, धारा 131 यानी आपराधिक बल का प्रयोग, धारा 351 यानी आपराधिक धमकी और धारा 3(5) के तहत मामला दर्ज किया है। राहुल गांधी को मामले में पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।