राहुल गांधी ने लोकसभा में वोटर लिस्ट का मुद्दा उठाया

सभी चाहते हैं तब अच्छा यही होगा कि संसद में इस विषय पर चर्चा हो
नई दिल्ली । लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सदन में मतदाता सूची का मुद्दा उठाया और कहा कि कई राज्यों में वोटर लिस्ट पर सवाल उठे हैं, इसलिए संसद में चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की टिप्पणी पर हॉं में हॉं मिलाते हुए कहा, सरकार वोटर लिस्ट नहीं बनाती, यह तो सबको पता है, लेकिन सवाल उठ रहे हैं तो ऐसे में अच्छा यही होगा कि संसद में इस विषय पर चर्चा हो।
गौरतलब है कि इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अपनी एक टिप्पणी में सवाल करते हुए कहा था कि क्या वोटर लिस्ट सरकार बनाती है? इसी बात पर राहुल गांधी ने कहा, कि आपने सही कहा कि वोटर लिस्ट क्या सरकार बनाती है? आपने सही बोला कि सरकार वोटर लिस्ट नहीं बनाती है। लेकिन पूरे देश में वोटर लिस्ट पर सवाल उठ रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष शासित प्रत्येक राज्य में और खासकर महाराष्ट्र में साफ-साफ सवाल उठाए जा रहे हैं। पूरा विपक्ष मिलकर सिर्फ यही कह रहा कि वोटर लिस्ट पर सदन में चर्चा होनी चाहिए। आप तो बनाते नहीं, ये हम मानते हैं, लेकिन वोटर लिस्ट पर चर्चा तो हो जाए। इस प्रकार लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने वोटर लिस्ट के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया और कहा कि पूरा विपक्ष इस विषय पर चर्चा की मांग कर रहा है।
इसके साथ ही सदन में हंगामा जारी रहा। इस पर केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने विपक्ष की आलोचना करते हुए कहा कि वे सदन के अध्यक्ष को धमका रहे हैं। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि स्पीकर ने सभी सदस्यों को बराबर का समय दिया है और कभी भी किसी प्रकार का पक्षपात नहीं किया। स्पीकर ने स्पष्ट किया कि जो भी सदस्य सदन की मर्यादा का उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
इससे पहले लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही स्पीकर ने बताया कि उन्हें स्थगन प्रस्ताव के कई नोटिस मिले हैं, लेकिन किसी भी नोटिस को स्वीकार नहीं किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी में न्यूजीलैंड के खिलाफ मिली जीत पर टीम इंडिया को बधाई दी।
इसके बाद डीएमके सांसद कनिमोझी ने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के उस बयान की आलोचना की जिसमें उन्होंने तमिलनाडु के नेताओं को असभ्य बताया था। इस मुद्दे पर धर्मेंद्र प्रधान ने सफाई देते हुए कहा कि यदि उनके शब्दों से किसी को ठेस पहुंची हो तो वे अपने शब्द वापस लेते हैं।