धर्मसभा में गुरु विद्यासागर महाराज के सपनों को साकार करने का आव्हान

आचार्य श्री की मंगलअगवानी में उमड़ा जनसैलाब

जबलपुर । आचार्य श्री विद्यासागर महाराज की परंपरा के नवाचार्य आचार्य श्री समय सागर महाराज का आचार्य पद पर आरोहण के बाद सोमवार को पहली बार संस्कारधानी की पावन धरा में आगमन हुआ इस अवसर पर सकल जैन समाज ने पलक पावड़े बिछाकर आचार्य श्री की भव्य मंगल अगवानी की| हजारों की संख्या में जैन धर्मावलंबी आचार्य श्री के दर्शन करने उमड़ पड़े| आचार्य श्री का नगर प्रवेश होने पर करमेता में भव्य अगवानी की गई, वहां से मंगलप्रभात फेरी दीनदयाल चौक, दमोहनाका, मिलौनीगंज, कोतवाली होते हुए विद्यासागर भवन पुरानी चरहाई पहुंची| प्रभात फेरी और रैली में हजारों की तदाद में जैन धर्मावलंबी शामिल हुए| इस भव्य मंगल अगवानी में आचार्य श्री के साथ 30 मुनिगण और एलक महाराज भी जबलपुर पहुंचे| आचार्य श्री को सकल जैन समाज द्वारा ग्रीष्म कालीन वाचना के लिए श्रीफल अर्पित किए गए| आचार्य श्री अपने मुनिसंग के साथ कल 9 अप्रैल को राईट टाउन स्टेडियम में आयोजित विश्व णमोकार में अपने आर्शीवचन देंगे| आचार्य श्री के नगर आगमन पर कमानिया गेट पर एक भव्य धर्मसभा का आयोजन भी किया गया|
धर्मसभा में आचार्य श्री ने कहा कि आप के अंदर भी गुरुविद्या सागर है और मेरे अंदर भी गुरुविद्या सागर है| हम सबको मिलकर गुरु के सपनों का साकार करना है| उन्होंने कहा कि दयोदय तीर्थ तिलवारा में बहुप्रतिक्षित पंचवालयति सहस्त्र कूट जिनालय जिन मंदिर दयोदय तीर्थ तिलवारा का निर्माण आचार्य श्री की एक बड़ी इच्छा थी| इस मंदिर में एक हजार प्रतिमाओं की स्थापना होनी, मंदिर निर्माण में कुछ नियमों कायदों की बाधाएं सामने आई थी जिनका समाधान और न्यायायिक प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है| अब सकल जैन समाज इस मंदिर के निर्माण में जुट जाए| इस मंदिर में त्रिकाल और वर्तमान चौबीसी सहित एक हजार प्रतिमाएं स्थापित होनी हैं|