बोले चौकसे ने दो हजार करोड़ के घपले का मुद्दा उठाया तो उसे जेल भिजवा दिया
इन्दौर मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के खिलाफ कोरोना काल में धरना-प्रदर्शन और विधानसभा उप चुनाव के दौरान शासकीय कार्य में बाधा डालने को लेकर दर्ज केस में आज उनकी पेशी हुई जिसमें पटवारी अपने समर्थकों के साथ जिला कोर्ट पहुंचे। जीतू पटवारी के खिलाफ यह प्रकरण छोटी ग्वालटोली थाने में दर्ज किया गया था। जिसमें जीतू पटवारी सहित कई अन्य कांग्रेसियों पर शासकीय कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाया गया था। इन सभी ने मौके पर धरना प्रदर्शन कर शासकीय कार्य में बाधा डाली थी। पेशी के बाद पटवारी ने मीडिया से चर्चा में कहा कि आज कोर्ट के सामने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कोविड काल में जनहित को लेकर जो विपक्ष का दायित्व निभा रहे थे। मेरे कई साथी भी शामिल थे। आज मेरी पेशी थी। लोग हताहत हो रहे थे, जान गंवा रहे थे। न अस्पताल थे, न बेड ऑक्सीजन भी नहीं थी। सबका संघर्ष था। तब सरकार को जगाने और कमियां बताने का समय था। उसे लेकर कोर्ट ने हमें आज बुलाया था। मेरा गिरफ्तारी वारंट जारी नहीं हुआ था। चर्चा के दौरान जीतू पटवारी ने नगर निगम नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे की गिरफ्तारी पर कहा कि चिंटू पर धारा 307 के तहत केस दर्ज किया। उन्होंने 2 हजार करोड़ की चोरी का मुद्दा उठाया। ये अधिकारियों, एमआईसी, पार्षदों ने करप्शन किया। निगम के 2 हजार कर्मचारी अफसरों नेताओं के यहां अटैच हैं। उनकी तनख्वाह शहर की जनता देती है। चिंटू ने मुद्दा उठाया तो उन पर केस दर्ज करके अंदर कर दिया।
जीतू पटवारी की कोर्ट पेशी के लेकर एडवोकेट संतोष यादव के अनुसार 2018 के सांवेर उप चुनाव में एक समर्थक पर की गई जिलाबदर कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस ने प्रदर्शन कर डीआईजी को ज्ञापन दिया था। इसमें कुछ कांग्रेस नेताओं को वारंट जारी किए गए थे। जिसकी आज सुनवाई थी। कोर्ट ने प्रदेश अध्यक्ष को उपस्थित होने का निर्देश दिया था।