नयी दिल्ली 06 दिसंबर (वार्ता) राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद 10 से 14 दिसंबर तक म्यांमार की सरकारी यात्रा पर जाएंगे जहां पर अशांत रखाइन प्रांत में पलायन करने वाले रोहिंग्या समुदाय के लोगों के पुनर्वास के लिए भारत के सहयोग से बनाये गये 50 मकानों का लोकार्पण करेंगे।
विदेश सचिव विजय गोखले ने राष्ट्रपति की यात्रा की जानकारी देने के लिए आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राष्ट्रपति इस यात्रा के दौरान म्यांमार के राखाइन प्रांत में भारत के सहयोग से निर्माणाधीन ढाई सौ मकानों में से बन चुके 50 मकानों का लोकार्पण करेंगे।
रोहिंग्या समुदाय के लोगों के पुनर्वास से जुड़े सवालों पर विदेश सचिव ने स्पष्ट किया कि रोहिंग्या विस्थापितों की वापसी एवं पुनर्वास म्यांमार एवं बंगलादेश के बीच का मामला है। दोनों देशों के बीच इस बारे में सहमति बन गयी है। पुनर्वास जब भी होगा लेकिन उनके रहने के लिए सुविधा पहले से उपलब्ध होगी। भारत से रोहिंग्या शरणार्थियों की वापसी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह गृह मंत्रालय का विषय है।
उन्होंने कहा कि भारत ने म्यांमार को 1.6 अरब डॉलर की विकास सहायता दी है। भारत सैन्य एवं गैर सैन्य दोनों प्रकार के विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों में एक हजार छात्रवृत्तियां म्यांमार को देता है। निर्माणाधीन भारत म्यांमार थाईलैंड त्रिपक्षीय राजमार्ग के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कुल पुलों का निर्माण जटिल भौगोलिक स्थितियों एवं सुरक्षा चुनौतियों के कारण विलंबित हुआ है। जल्द ही यह पूरा हो जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि सित्वे बंदरगाह से म्यांमार -मिजोरम सीमा तक सड़क का निर्माण भी किया जा रहा है।
राष्ट्रपति के यात्रा कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए विदेश सचिव ने कहा कि श्री कोविंद अपनी पत्नी श्रीमती सविता कोविंद के साथ दस दिसंबर की रात को म्यांमार की राजधानी ने प्यी डॉ पहुंचेंगे। 11 दिसंबर को उनका पारंपरिक रीति से स्वागत किया जाएगा। इसके बाद उनकी राष्ट्रपति यू विन मिन्त के साथ बैठक होगी। इस दौरान दोनों देश एक संयुक्त वक्तव्य जारी करेंगे और कई समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे। श्री कोविंद की स्टेट काउंसलर दाॅ आंग सान सू ची से भी भेंट होगी। राष्ट्रपति श्री मिन्त भारतीय राष्ट्रपति के सम्मान में स्वागत भोज का आयोजन करेंगे।
श्री गोखले ने बताया कि अगले दिन एडवांस रिसर्च इंस्टीट्यूट अौर राइस बायोपार्क के नॉलेज सेंटर का दौरा करेंगे। इस दौरान श्री कोविंद एग्रोटेक पर एक मोबाइल ऐप भी जारी करेंगे। श्री काेविंद को 12 दिसंबर की शाम को यांगून पहुंचेंगे जहां पर शहीद स्मारक श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे और श्वेडाॅन पैगोडा का भ्रमण करेंगे। इसी दिन शाम को भारतीय मूल के लोगों के स्वागत समारोह में शिरकत करेंगे।
उन्होंने कहा कि दूसरे दिन वह यांगून के प्रसिद्ध काली मंदिर के दर्शन करेंगे और अंतिम मुगल सम्राट बहादुरशाह जफर के मकबरे को देखने जाएंगे। वह भारतीय उद्योग परिसंघ के एक कार्यक्रम में भारत एवं म्यांमार के उद्योगपतियों एवं कारोबारियों से रूबरू होंगे। वह धम्म ज्योति विपश्यना केन्द्र भी जाएंगे और 14 दिसंबर की सुबह स्वदेश रवाना होंगे।