औरंगाबाद 08 दिसंबर (वार्ता) राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने आज आरोप लगाया और कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक साजिश के तहत राज्य के गरीबों छात्रों को शिक्षा से वंचित रखना चाहते हैं।
केन्द्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री श्री कुशवाहा अपने संसदीय क्षेत्र काराकाट के देवकुंड में प्रस्तावित केन्द्रीय विद्यालय के लिये केन्द्र सरकार से मंजूरी मिलने के बाद भी बिहार सरकार की ओर से भूमि आवंटित नहीं किये जाने के विरोध में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ उपवास सह महाधरना कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने धरना स्थल पर बड़ी संख्या में मौजूद कार्यकर्ताओं के साथ ही स्थानीय लोगों को संबोधित करते हुए
कहा कि देवकुंड जैसे पिछड़े इलाके में केन्द्रीय विद्यालय खुलने से औरंगाबाद, जहानाबाद और अरवल जिले के बच्चों को फायदा होता।
श्री कुशवाहा ने कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों और उनके अथक प्रयास के बाद देवकुंड में केन्द्रीय विद्यालय खोले जाने की स्वीकृति केन्द्र सरकार ने दी है। इन सब के बावजूद राज्य सरकार केन्द्रीय विद्यालय के लिये भूमि आवंटन नहीं कर गरीब छात्रों को शिक्षा से वंचित रखना चाहती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की यह मंशा ही नहीं है कि बिहार के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि नीतीश सरकार ने यदि केन्द्रीय विद्यालय के लिये जमीन हस्तांतरित कर दी होती तो आज देवकुंड में बड़ी संख्या में उपवास सह महाधरना कार्यक्रम में लोगों को नहीं आना पड़ता। राज्य सरकार से केन्द्रीय विद्यालय के लिये जमीन हस्तांतरित करने के लिये उनके मंत्रालय की ओर से कई बार आग्रह किया गया लेकिन इस दिशा में सरकार की ओर कोई ठोस पहल नहीं की गयी। इसी का नतीजा है कि मंत्री के पद पर रहते हुए उन्हें स्वयं उपवास सह महाधरना कार्यक्रम में शामिल होना पड़ा।
उपाध्याय सूरज
रमेश
जारी (वार्ता)