:: मिलावटी डीजल, पेट्रोल की नियमित जांच करने के सख्त निर्देश ::
इन्दौर (ईएमएस)। संभागायुक्त राघवेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में आज कमिश्नर कार्यालय सभाकक्ष में प्रदूषण निवारण मण्डल द्वारा बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर संभागायुक्त सिंह ने कहा कि इंदौर शहर में प्रदूषण निवारण के लिए प्रदूषण निवारण मण्डल ऐक्शन प्लान तैयार करें और उसे नगर में प्रभावी ठंग से क्रियान्वित करें। उन्होने कहा कि प्रदूषण निवारण में आरटीओ, आईडीए और नगर निगम की महत्वपूर्ण भूमिका हैं। जिले में मिलावटी डीजल, पेट्रोल पर जांच और कार्यवाही की जरूरत हैं। उन्होने कहा कि नगर में प्रदूषण निवारण के लिए ऐक्शन प्लान बनाकर ई-रिक्शा, ई-बस और सीएनजी चलित गाड़ियों को बढ़ावा जायेगा। उन्होने बताया कि अगले माह एआईसीटीएसएल द्वारा नगर में 40 इलैक्ट्रोनिक बसें चलाई जायेगी और 2 माह बाद 40 ओर इलेक्ट्रोनिक बसें आने की संभावना हैं। शहर में ई-रिक्शा का प्रचलन धीरे-धीरे बढ़ रहा है, जिससे प्रदूषण कम हो रहा है।
उन्होने कहा कि प्रदूषण निवारण मण्डल जगह-जगह सेमिनार आयोजित करें, जिसमें विद्यार्थियों और जिले के जागरूक व्यक्तियों को आमंत्रित किया जाये। प्रदूषण निवारण करना जिले के हर व्यक्ति की जिम्मेदारी हैं। इस बात का व्यापक प्रचार-प्रसार करने और जागरूकता लाने की जरूरत हैं। उन्होने कहा कि प्रशासन, मेडिकल वेस्ट फेंकने और केमिकल प्रदूषण करने वालो के खिलाफ कठोर कानूनी कार्यवाही करें। प्रदूषण फैलाने में औद्योगिक इकाईयों और वाहनों की महत्वपूर्ण भूमिका हैं। जिले में वाहन प्रदूषण, औद्योगिक प्रदूषण, कचरा प्रदूषण, मेडिकल वेस्ट प्रदूषण, केमिकल प्रदूषण और जल प्रदूषण के खिलाफ जन अभियान चलाने की जरूरत हैं।
इस अवसर पर एडीसनल एसपी महेन्द्र कुमार जैन ने सुझाव दिया कि शहर में प्रदूषण और वाहन दुर्घटना कम करने के लिए शहर के वाहर कम से कम 04 नये बड़े बस स्टैंड बनाये जायें। शहर में बसों को घुसने से रोकना जरूरी हैं। भोपाल से 400 बसें रोज आती-जाती हैं। भोपाल रोड पर शहर के बाहर बस स्टैंड बनाना जरूरी हैं। सरबटे बस स्टैंड पर रोज लगभग 1600 बसें आती-जाती हैं। सरबटे बस स्टैंड पर भोपाल के नादरा बस स्टेड के तरह बसों का दवाव कम करने की जरूरत हैं। नगर में सर्वाधिक प्रदूषण वाहनों से हो रहा हैं। जिसे कम करने की जरूरत हैं। नगर में कम 10 से कम मल्टीलेबल पार्किंग की जरूरत हैं। फसल की नरवई और कचरा जलाने को रोकने की जरूरत है।
बैठक में प्रदूषण निवारण मण्डल के आर.के. गुप्ता, पुलिस अधीक्षक युनुस खान, एडीशनल कलेक्टर कैलाश वानखेड़े ने भी सुझावा दिये। अधिकारियों ने कहा कि जिले में ईंट-भट्टों पर रोक लगाना जरूरी हैं। अधिकारियों ने सुझाव दिया कि प्रदूषण निवारण मण्डल अधिकारी विदेशों का दौरा करें और वहां से नई तकनीक लाकर लागू करें। इंदौर में अत्याधुनिक मशीनों से साफ-सफाई के कारण वायु प्रदूषण में कमी आई हैं।
इस अवसर पर बैठक में नगर निगम आयुक्त आशीष सिंह, उपायुक्त श्रीमती सपना शिवाले, आरटीओ आर.एस. रधुवंशी के अलावा इंडियन ऑयल कार्पोरेशन, कृषि, उद्योग, नगर निगम, प्रदूषण निवारण मण्डल के अधिकारी मौजूद थे।
उमेश/पीएम/12 दिसम्बर 2018