पटना (ईएमएस)। ‘पेथाई तूफान’ के बिहार की ओर रुख करने से यहां के कई जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफान पेथाई के कारण यहां कई इलाकों में दो दिनों से आसमान में बादल छाए हुए हैं। वहीं, राजधानी पटना में सोमवार रात से ही बारिश हो रही है। लगातार हो रही बारिश के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई इलाकों में सड़कें जलमग्न हो गई हैं, जबकि बारिश के कारण सुबह स्कूल और ऑफिस जाने में लोगों को देरी हो रही है। प्रदेश के कई इलाकों में हो रही बारिश पर मौसम विभाग का कहना है कि पेथाई के प्रभाव के कारण पांच डिग्री सेल्सियस तक तापमान नीचे जा चुका है। मंगलवार का दिन पटनावासियों के लिए कठिन रहने वाला है। सोमवार देर रात से लगातार हो रही बूंदाबांदी ने ठंड के एहसास को बढा दिया। सुबह बारिश होने के कारण पटना के ज्यादातर इलाकों में लोग छाता लेकर बाहर निकलते हुए नजर आए। जिन लोगों को ऑफिस जाना था उन्हें तो परेशानी हुई, लेकिन सबसे ज्यादा परेशानी सुबह सबेरे स्कूल जाने वाले बच्चों को हुई।
दरअसल बंगाल की खाडी से आंध्रप्रदेश के तटवर्ती इलाकों की ओर से चले चक्रवाती तूफान के कारण मौसम में बदलाव आया है। मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान का नाम पेथाई रखा है। पेथाई के प्रभाव के कारण ही सोमवार से ही बिहार के कई इलाकों में सूरज के दर्शन लोगों को नहीं हुए। आसमान में लगातार बादल छाये रहे। सोमवार की रात से पटना में बूंदाबांदी होती रही। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो पेथाई के असर के कारण पांच डिग्री तक तापमान नीचे गया है। पटना में न्यूनतम तापमान 13.6 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं गया का न्यूनतम तापमान 8.8 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि अधिकतम तापमान 21.6 डिग्री सेल्सियस रहा। पटना में तो पांच से सात किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं भी चलीं। पछुआ हवा के प्रभाव से लोगों को ठंढ का ज्यादा एहसास हुआ। आनेवाले दिनों में ठंड का प्रभाव और बढ़ने की आशंका है। हालांकि जानकार मानते हैं कि इस तरह का ठंढ फसलों के लिए अच्छा है।
विपिन/ईएमएस/ 18 दिसंबर 2018