मामला राष्ट्रीय संत भैयू महाराज की आत्महत्या का
भोपाल (ईएमएस)। इंदौर निवासी राष्ट्रीय संत भैयू महाराज की आत्महत्या मामले में नीत नए खुलासे से उनके चाहने वाले भौचक है। ताले खुलासे में पता चला है कि भैयू महाराज की दूसरी शादी के सप्ताह भर बाद ब्लैकमेलर युवती उनके घर पहुंची थी और महाराज के बेडरुम में घुसने का प्रयास किया था। पुलिस की पूछताछ में सहयोग करने महाराज के दोस्त मनोहर सोनी दोबारा सीएसपी ऑफिस पहुंचे। उन्होंने कहा कि ड्राइवर कैलाश पाटिल ने सच कहा है। महाराज ने ब्लैकमेलिंग के कारण जान दी है। जो युवती ब्लैकमेल कर रही थी वह आयुषी से शादी करने के सात दिन बाद महाराज के घर आ गई। बेडरूम में घुसने की कोशिश की और कहा मैं यहीं रहूंगी। महाराज से फोन पर बात करवाई तो उन्होंने कहा इसे घर में रुकने दो। लेकिन आयुषी ने कहा इसे एक पल भी नहीं रुकने दूंगी। भय्यू महाराज आत्महत्या केस में पुलिस ने बुधवार को प्रमुख संदेही शरद देशमुख और सेवादार शेखर शर्मा से 10 घंटे पूछताछ की। शरद ने उस युवती के बारे में पुलिस को अहम जानकारी दी जिस पर महाराज का अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग का आरोप है। शरद ने कबूला कि महाराज की आत्महत्या के तत्काल बाद युवती ने उसे कॉल किया था। पुलिस ने शरद का मोबाइल जब्त कर लिया है। बाद में महाराज के दोस्त भी पुलिस के पास पहुंचे। तीनों ने अलग-अलग कहानियां सुनाईं। दो ने ब्लैकमेलिंग से इनकार किया और पत्नी पर प्रताड़ना के आरोप लगाए तो तीसरे ने ब्लैकमेलिंग से महाराज के परेशान होने की बात कही।
शरद देशमुख निवासी पारनेर (रालेगांव सिद्धि) और शेखर शर्मा अकोला (महाराष्ट्र) को सीएसपी सुरेंद्रसिंह तोमर ने बुधवार दोपहर नोटिस देकर तलब किया। शरद पर आरोप है कि आश्रम से जुड़ी एक युवती के जरिए मुख्य सेवादार विनायक के साथ मिलकर भय्यू महाराज को ब्लैकमेल कर रहा था। आत्महत्या के एक दिन पहले उक्त युवती ने शरद के फोन कॉन्फ्रेंस के जरिए महाराज से बातचीत भी की थी। उसने 40 करोड़ रुपए की मांग की और धमकी देते हुए कहा कि वह मीडिया के सामने संबंध उजागर कर देगी। शरद ने पूछताछ में कबूल किया कि उसकी युवती से बातचीत होती रहती थी। 12 जून को जैसे ही महाराज ने आत्महत्या की, उसके पास युवती का फोन आ गया। उसने कहा मैंने टीवी पर महाराज की मौत की खबर सुनी है। मुझे बताओ महाराज मर गए क्या। शरद ने ब्लैकमेलिंग से इनकार करते हुए कहा कि युवती उसकी बहन जैसी है। सेवादार शेखर शर्मा ने भी पुलिस को ब्लैकमेलिंग से इनकार किया। उसने कहा कि डॉ.आयुषी से शादी के बाद महाराज तनाव में रहने लगे थे। दोनों में अक्सर विवाद होता रहता था। 11 जून को वह महाराज के साथ पुणे जा रहा था। लेकिन वे सेंधवा से लौटकर घर आ गए। रात करीब 11.30 बजे मैंने दिल्ली के शनि उपासक महाराज पर दर्ज दुष्कर्म की खबर डॉ.आयुषी को वाट्सएप कर दी। सुबह मैं घर सिल्वर स्प्रिंग पहुंचा तो महाराज रुआंसे हो गए। उन्होंने कहा कि खबर पढ़ कर उसने (डॉ.आयुषी) ने बहुत लड़ाई की। मैं बहुत परेशान हो चुका हूं। सुबह कहा कि मेरी बेटी (कुहू) आने वाली है। ड्राइवर को एयरपोर्ट रवाना कर दिया। इस बीच डॉ.आयुषी गुस्से में कॉलेज रवाना हो गई। महाराज कुहू के कमरे में गए और उसकी फोटो तलाशी। कुछ देर बाद गोली चलने की आवाज आई। कर्मचारी योगेश चौहान, गोलू, पीडी आदि दौड़े और महाराज को देखा। शेखर ने कहा कि कुहू को लेकर आयुषी अक्सर विवाद करती थी। शेखर ने कहा कि महाराज की मौत के बाद आयुषी ने कर्मचारी अनिल परदेशी, शरद देशमुख, योगेश चौहान, प्रवीण घाड़गे, रोशन देशमुख के खातों से लाखों रुपए निकाल लिए हैं। इस संबंध में सीएसपी खजराना सुरेन्द्र सिंह तोमर का कहना है कि सेवादार शेखर शर्मा और शरद देशमुख के बयान दर्ज कर लिए हैं। शरद का मोबाइल जब्त किया है। भय्यू महाराज के मोबाइल डेटा की भी जांच करवाई जा रही है। विनायक को भी तलब किया गया है।
सुदामा/20दिसंबर2-18