इंदौर (ईएमएस)। मध्य प्रदेश की आर्थिक नगरी इंदौर के जूना रिसाला निवासी 36 वर्षीय हर्षिता कौशल अब इस दुनिया में नहीं है। वह मरकर भी 4 लोगों की जिंदगी बचाने में सफल रही। हर्षिता की दोनों किडनी, लीवर, हार्ट और लंग्स से 4 जरूरतमंदों को नई जिंदगी प्राप्त हुई है।
हर्षिता के निधन के तुरंत बाद हार्ट और लंग्स को प्लेन के माध्यम से मुंबई भेजा गया। लिवर और किडनी शहर के ही दो अस्पतालों में भेजे गए। यहां पर 3 मरीजों को वह प्रत्यारोपित किए गए। मध्यप्रदेश में पहली बार कैडेवर आर्गन डोनेशन के तहत लंग्स दान किया गया है। हर्षिता ने मरने के पहले अपने शरीर के अंगों को दान देने का निश्चय किया था। जिसके कारण उसके मरने के बाद 4 नए लोगों को जीवनदान मिला। इसकी सभी जगह प्रशंसा हो रही है। वहीं समाज को नई प्रेरणा भी मिल रही हैं।
एसजे/गोविन्द/20दिसम्बर