कड़ाके की ठंड में प्रेस क्लब के पीछे मानव अधिकार आयोग के पास एक लावारिस वर्षों से डेरा जमाये हुए है। पुलिस ने उसे कुछ दिन पूर्व हटाया था। वह फिर वर्षा के दिनों में आ धमका। इन दिनों वह रात को कड़ाके की ठंड में रात को तड़पता रहता है। इसकी शिकायत सेंट्रल कोतवाली के साथ निगम के झोनल अधिकारी तक पहुंचाई है लेकिन अभी तक किसी ने लावारिसक की सूध नहीं ली। लगता है जिम्मेदार लोग उसके कड़ाके की ठंड में मरने का इंतजार कर रहे हैं। लावारिस के बारे में क्षेत्र के लोगों का कहना है कि वह जहां रहता है वहीं गंदगी कर रहा है। स्वच्छ इंदौर के तमगे में दाग लगा रहा है। उस पर कार्यवाही कर उसे तुरंत अनाथाश्रम या निगम अपने शेल्टर होम में स्थानांतरित करे। इससे दो काम, एक तो स्वच्छ इंदौर में गंदगी नहीं होगी और दूसरा कड़ाके की ठंड में उसकी जान बचेगी। महापौर और इंदौर के नवनिर्वाचित विधायक आकाश विजयवर्गीय से क्षेत्र की जनता को काफी उम्मीदें हैं।