दिल्ली पुलिस ने बिना अनुमति भ्रूण जांच करने के मामले में पूर्वी दिल्ली के सन लाइट कॉलोनी इलाके से एक डॉक्टर और उसकी महिला सहयोगी को गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस के अनुसार डॉक्टर बिना किसी अनुमति के गर्व में पल रहे बच्चों की लिंग जांच करता था। गिरफ्तार डॉक्टर की उम्र करीब ६० साल बताई जा रही है जिसका नाम मनोज आहूजा है। पुलिस ने डॉक्टर और उसकी महिला सहयोगी को रंगे हाथों पीएनडीटी एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ है कि इस क्लीनिक में न सिर्फ दिल्ली बल्कि कई अन्य जगहों से भी कस्मटर पहुंचते थे। इन सभी कस्टमर को दक्षिणी दिल्ली के गेस्ट हाउसों में रखा जाता था। जांच के लिए डॉक्टर एक कस्टमर से करीब ३०-४० हजार रुपये वसूलता था। दिल्ली पुलिस को इस क्लीनिक के बारे में जानकारी रोहतक के स्वास्थ विभाग से मिली थी। जिसके बाद पुलिस ने एक टीम गठित कर और एक कस्टमर भेजकर क्लीनिक में छापेमारी की। इस दौरान पुलिस ने पाया कि डॉक्टर की असिस्टेंट कविता जांच से पहले १२ हजार रुपये मांगे और बाकी के पैसे टेस्ट पूरा होने के बाद देने को कहा है। पुलिस ने ३ अल्ट्रासाउंड मशीनें और २० लाख से ज्यादा कैश जब्त किया है। डॉक्टर आहूजा ने पटियाला यूनिवर्सिटी से १९८५ में रेडियोलॉजी का कोर्स किया था, १९८६ वो दिल्ली आ गए थे। डॉक्टर आहूजा ग्रेटर कैलाश पार्ट वन में रह रहे थे। वह दक्षिणी दिल्ली के कुछ अस्पतालों में मरीजों को देखते थे।