बिहार में सीट शेयरिंग को लेकर एलजेपी नेता चिराग पासवान जेटली से मिले

 यूपीए के महागठबंधन व राजग के गठबंधन को लेकर चल रहे सियासी घमासान के बीच बिहार में तीखे तेवर दिखाने के बाद एलजेपी को मनाने के लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को खुद आगे आना पड़ा। शाह ने गुरुवार को रामविलास पासवान और चिराग को संदेश भिजवाकर घर बुलवाया और गिले-शिकवे दूर करने की कोशिश की। शुक्रवार को चिराग पासवान ने बीजेपी नेता और वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की। हालांकि दोनों के बीच हुई बातचीत को लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है। माना जा रहा है कि इन मुलाकातों के दौर के बाद बिहार में सीटों के बंटवारे को लेकर ऐलान संभव है। ज्ञात हो कि बिहार में एनडीए की सहयोगी एलजेपी ने दो दिन पहले ही सीट शेयरिंग को लेकर चेतावनी दी थी इसके बाद से ही पार्टी हाईकमान में हलचल बढ़ गई थी।
हालांकि गुरुवार को बैठक के बाद एक ओर बीजेपी के जनरल सेक्रटरी भूपेंद्र यादव कह रहे हैं कि गठबंधन बरकरार है, दूसरी ओर एलजेपी इस पर खामोश थी लेकिन निजी तौर पर इसके नेताओं ने स्पष्ट कर दिया है कि बातचीत चल रही है और एलजेपी एनडीए का ही हिस्सा रहेगी। एलजेपी में एक सूत्र ने कहा, ‘शुक्रवार को एक दूसरी मीटिंग होगी और डील की घोषणा कर दी जाएगी।’
भूपेंद्र यादव मीटिंग के दौरान अमित शाह के आवास में ही मौजूद थे। उन्होंने कहा कि गुरुवार को अमित शाह और एलजेपी नेता राम विलास पासवान, उनके बेटे चिराग पासवान और भाई पशुपति नाथ के बीच बातचीत ठीक रही और सहयोगी सीट शेयर के फॉर्म्युला पर राजी भी हो गए हैं। एलजेपी प्रमुख रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान के बयानों की ‘भाषा’ को सियासी गलियारों में 2019 की ‘हवा के रुख’ से जोड़कर देखा जाने लगा था।
उधर खबर है कि एलजेपी और बीजेपी के बीच ताजा मनमुटाव महज बिहार में लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर नहीं है। कहा जा रहा है कि पासवान लोकसभा चुनाव लड़ने के बजाय राज्यसभा जाना चाहते हैं। ऐसा बीजेपी के सहयोग के बिना सम्भव नहीं है। शुरू में बीजेपी ने संकेत दिए थे, लेकिन अब बीजेपी इस पर बात ही नहीं कर रही, न ही लोकसभा सीटें बढ़ाने को तैयार है। एलजेपी को लगता है कि हालिया हार के बाद बीजेपी पर दबाव बनाने का बढ़िया मौका है। ऐसा माना जा रहा है कि एक राज्यसभा सीट के साथ एलजेपी को 6 सीटें मिल सकती हैं। एनडीए में जेडी (यू) के दोबारा शामिल होने का मतलब था कि सभी पार्टनर के लिए सीटों की संख्या कम होंगी हालांकि कुशवाहा के छोड़ने तक एलजेपी को स्थिति के हिसाब से ढाल लिया गया। एलजेपी का मानना है कि जो 2 सीटें कुशवाहा के खाते में थी, वे भी उसे ही मिलनी चाहिए। इस बीच ऐसी भी खबरें हैं कि शुक्रवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शाह से मिल सकते हैं।
पासवान के एनडीए छोड़ने की अटकलों के बीच बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को रामविलास पासवान और उनके सांसद पुत्र चिराग पासवान से मुलाकात की और उनकी शिकायतों को सुना। माना जा रहा है कि शाह ने उन्हें आश्वस्त किया है कि पार्टी अपने सहयोगी दलों का सम्मान बरकरार रखेगी और उनकी चिंताओं को भी दूर किया जाएगा। बैठक करीब एक घंटे चली। बीजेपी की तरफ से मीडिया को आश्वस्त करने की कोशिश की गई कि सब कुछ ठीक चल रहा है।