बैंक खाते से दो लाख उड़ाने वाला फर्जी बैंक अधिकारी गिरफ्तार

० क्राइम ब्रांच की टीम ने झारखंड में पकड़ा, सरगना भाई फरार
बिलासपुर । फर्जी बैंक अधिकारी बनकर एटीएम की जानकारी लेने के बाद जूना बिलासपुर में रहने वाले प्रार्थी सत्यनारायण देवांगन के बैंक खाते से २ लाख रूपए निकालने वाले एक आरोपी को क्राइम ब्रांच की टीम ने झारखंड स्थित उसके घर में दबिश देकर गिरफ्तार किया है। बताया जाता है कि पकड़े गए आरोपी का मास्टर माइंड व भाई घर से भागने में सफल हो गया। क्राईम ब्रांच की टीम ने आगे की कार्रवाई के लिए कोतवाली पुलिस को सौंप दिया है। क्राइम ब्रांच डीएसपी प्रवीण चंद्र राय ने बताया कि कोतवाली थाना क्षेत्र के जूना बिलासपुर में रहने वाले ५७ वर्षीय सत्यनारायण देवांगन के मोबाइल में १५ सितम्बर को फोन आया। फर्जी आरोपी युवक ने श्री देवांगन को बताया कि वह एसबीआई इंदौर से बोल रहा है। आरोपी ने एटीएम कार्ड के वैलिडिटी के लिए कार्ड का नम्बर पूछा उसके बाद एक-एक करके सारी जानकारी एकत्र कर लिया और उसके बाद औटीपी की जानकारी ली। बार-बार आरोपी ओटीपी गलत है कहता रहा। इस बीच प्रार्थी श्री देवांगन के खाते से रूपए करीबन २ लाख रूपए बैंक खाते से गायब हो गए। धोखाधड़ी का पता प्रार्थी को लगा तब वे तत्काल कोतवाली थाना पहुंचकर सारा मामला बताया।
इस धोखधड़ी के मामले को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरिफ एच शेख ने क्राईम ब्रांच की टीम को आरोपी को पकड़ने के लिए दिशा निर्देश दिये थे। जांच के दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि एटीएम से ठगी करने वाला फरार मास्टर माइंड आरोपी महबूत आलम झारखंड के जिला जामताड़ा के अपने गांव करमाताड़ में देखा गया है। जानकारी मिलते ही क्राईम ब्रांच की टीम वहां पहुंची और स्थानीय पुलिस की मदद से आरोपी के घर में राज को दबिश दी जहां से उसका सहयोग करने वाले उसका भाई सरफराज अंसारी पकड़ में आ गया वहीं उसका मास्टर माइंड भाई महबूब आलम अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल हो गया। आरोपी को आगे की कार्रवाई के लिए कोतवाली पुलिस को सौंप दिया गया है।
मनोज
२.००
२२ दिसंबर २०१८