मुक्त विवि का कार्य सबसे बेहतर-शैलेष

० पं.सुंदरलाल शर्मा विवि में मनाया गया १४ वां कुल उत्सव
बिलासपुर । पंडित सुंदरलाल शर्मा (मुक्त) विश्वविद्यालय में १४ वां कुल उत्सव (पंडित सुंदरलाल शर्मा के जयंती) आज ११.३० बजे विश्वविद्यालय सभागार में आयोजित हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नवनिर्वाचित विधायक शैलेष पांडेय विधायक प्रो. बंश गोपाल सिंह, कुलपति के अध्यक्षता में विशिष्ट अतिथि डा. टी डी शर्मा पूर्व कुलपति एवं मुख्य वक्ता डा. श्रीमती सविता मिश्रा, विभागाध्यक्ष हिंदी विभाग, शासकीय दु.धा.ब. महिला स्नातकोत्तर स्वाशासी महाविद्यालय, रायपुर के आतिथ्य में आयोजित हुआ। कार्यक्रम का आरंभ पंडित सुंदरलाल शर्मा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया। उसके बाद विश्वविद्यालय का कुलगीत गायन हुआ और सभागार में मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन किया गया। अपने अध्यक्षीय उदबोधन में कुलपति डा. बंश गोपाल सिंह ने सभी को बधाई देते हुये कहा कि छत्तीसगढ़ के ऐसे मनीषी के नाम पर विश्वविद्यालय का होना अपने आप में गौरव प्रदान करता है।
आज जो समस्याएं है उसे दूरदृष्टा सुंदरलाल शर्मा जी ने १३७-१३८ वर्ष पूर्व ही समझ लिया था और अछूतोद्वार, महिला उत्थान, आदिवासी उत्थान व छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना आदि के लिये संघर्ष किया। उन्होंने सुविधा संपन्न होते हुये अपने बच्चों को अनाथ बच्चों के साथ पढ़ाकर जो मिसाल कायम की उससे सीख लेने की जरुरत है। उन्होंने नवनिर्वाचित विधायक से कर्मचारियों के पदों की स्वीकृति एवं विश्वविद्यालय हित के लिये कार्य करने की बात कही। मुख्य अतिथि नवनिर्वाचित विधायक शैलेष पांडेय ने कहा कि मैं शिक्षाविद रहा हूं और अब राजनीति में आया हूं इसलिये मेरा लगाव शिक्षा और शिक्षा जगत से बहुत ज्यादा है और लगभग १२ वर्षों तक विश्वविद्यालय में कुलसचिव के रुप में कार्य करने का अनुभव भी है। उन्होंने कहा कि राजनीति में आने के पश्चात विगत कुछ महीनों में प्रदेश के हर कोने में जाने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने विश्वविद्यालय को बधाइयां देते हुये कहा कि यह विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ के लोगों के लिये उच्च शिक्षा आपके द्वार के मूलमंत्र के साथ बेहतर काम कर रहा हैं। दूर शिक्षा का कार्य परंपरागत विश्वविद्यालयों से ज्यादा कठिन होता है क्योकि छात्रों के लिए पाठ्य सामग्री तैयार करना पड़ता है। यह विश्वविद्यालय सबसे बेहतर कार्य कर रहा है। आगे श्री पाण्डेय ने कहा कि हमे पंडित सुन्दर लाल शर्मा के विचारों का अनुशरण करना चाहिए तथा उनके संदेशों एवं आदर्श को आत्मसात करने की जरूरत है। कार्यक्रम के स्वागत भाषण एवं अतिथियों का परिचय कुलसचिव डा. राजकुमार सचदेव ने कराया कुलपति ने श्रीफल एवं शॉल देकर अतिथियों को सम्मानित किया। धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव ने दिया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय निदेशक डा. बी एल गोयल सहित शिक्षक, अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
मनोज
२.००
२२ दिसंबर २०१८