पाठक हत्याकांड की एसआईटी से जांच कराने की मांग

० पत्रकारों ने कलेक्टर, एसपी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा
बिलासपुर। पे्रस क्लब के पूर्व सचिव वरिष्ठ पत्रकार सुशील पाठक के हत्याकांड की पुन: जांच कराने को लेकर आज कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। जिसमें मामले की एसआईटी से जांच कराने की मांग की है। इस मौके पर पत्रकारों ने स्व. पाठक को दो मिनट का मौन धारण कर टाउन परिसर में श्रद्धांजलि दी। ज्ञात हो कि वरिष्ठ पत्रकार एवं पे्रस क्लब सचिव सुशील पाठक की हत्या १९ दिसंबर २०१० को बिलासपुर नया सरकंडा में कीगई थी। उन्हें घर के पास ही सडक़ पर गोली मारी गई थी।
पाठक का शव सडक़ पर पड़ा था। एक साल तक पुलिस इस मामले की जांच करती रही, लेकिन आरोपियों का सुराग नहीं मिला। २४ फरवरी २०११ को राज्य सरकार ने सीबीआई जांच की अनुशंसा कर दी। २२ मार्च २०११ को सीबीआई जांच की अधिसूचना जारी हुई। ५ सितंबर २०११ को सीबीआई ने एफआईआर पंजीबद्ध किया था, जिसकी जांच स्पेशल क्राइम ब्रांच पार्ट-२ नई दिल्ली की टीम ने की थी। १४ सितंबर २०११ को सीबीआई ने जांच शुरु की थी। सीबीआई के अधिकारी एएसपी डीके राय और एएसआई लक्ष्मीनारायण शर्मा को दिया गया। बिलासपुर के सर्विâट हाउस में रहकर अफसर जांच कर रहे थे। इस मामले में सीबीआई समेत तत्कालीन स्थानीय पुलिस अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध रही है। जिसके चलते आज तक यह मामला अनसुलझा ही रहा है। अत: इस मामले को नए सिरे से एसआईटी के माध्यम से गहन जांच कराकर हत्या के आरोपियों और इस षडय़ंत्र में शामिल लोगों को सजा दिला कर न्याय दिलाने की मांग की है। आज इस मामले में डिप्टी कलेक्टर आशुतोष चतुर्वेदी, पुलिस अधीक्षक आरिफ शेख को ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें प्रमुख रुप से शशीकांत कोन्हेर, इरशाद अली समेत बड़ी संख्या में पत्रकार उपिस्थत थे।
मनोज
२.००
२२ दिसंबर २०१८