सोनीपत । जवान बेटे के शव को पाने के लिए हरियाणा निवासी महेश ठाकुर यहां वहां भटकने को मजबूर है। 3 दिन से अपने बेटे की सूरत को देखने के लिए तरस चुके महेश ठाकुर को शव की तलाश के लिए 9.84 लाख रुपए का बिल थमा दिया गया। बाद चुकाने पर 2 दिन में शव तलाशते की बात की जा रही है। तारानगर के रहने वाले बीएसएनल कर्मी महेश ठाकुर का बेटा रवि पर्वतारोही था। 7 अप्रैल को एवरेस्ट फतह करने के लिए घर से निकला रवि चार भाई- बहनों में तीसरें नंबर पर था। महेश बताते हैं कि रवि गुरुग्राम की एक कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। एवरेस्ट पर जाने के लिए उसने पर्वतारोही एन रिचर्ड हन्ना का ग्रुप चुना था। अपने बेटे से उन्होंने आखिरी बार 10 मई को बात की, जिसके बाद 11 मई को टीम ने एवरेस्ट पर चढ़ना शुरू किया। 16 मई की दोपहर एवरेस्ट पर रवि ने तिरंगा फहराया, परंतु लौटते वक्त हादसा हो गया, जिसमें रवि की मौत हो गई। परिवार की कुछ लोग नेपाल पहुंच गए हैं। सोनीपत प्रशासन के अनुसार शव की तलाश जारी है। दूसरी तरफ सर्च ऑपरेशन चलाने वाली एजेंसी सेवन माउंट्री ने 44 हजार यूएस डॉलर (लगभग 9.84 रुपए) के बिल की मांग की है। परंतु परिवार इतनी बड़ी रकम जमा करने में असमर्थ है। वही सोनीपत प्रशासन का कहना है कि वह पूरी तरह रवि के परिवार के साथ है।
हर्षिता/19 मई 2019