‘मंगलम दंगलम’ ससुर और जमाई के बीच खींचतान ~ इंदौर में रहने वाले एक दक्षिण भारतीय परिवार की अनूठी कहानी

इंदौर सोनी सब द्वारा जल्द ही एक नये फिक्शन शो, मंगलम दंगलमकभी प्यार कभी वार की पेशकश की जायेगी। विनियार्ड्स फिल्म्स के अश्विनी यार्डी इस शो के निर्माता हैं। इस शो में एक ससुर और उसके दामाद के बीच के ‘दंगल’ को हास्यप्रद रूप से दिखाया गया है। शो का प्रसारण 13 नवंबर से सोमवार से शुक्रवार शाम 7:30  बजे किया जायेगा।

शो की कहानी एक होने वाले दूल्हे अर्जुन और उसके संभावित ससुर संजीव सकलेचा के इर्द-गिर्द घूमती है। एक ओर जहां अर्जुन संजीव के सामने यह साबित करने की अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहा है कि वह उसकी बेटी के लिये सबसे अच्छा लड़का है। वहीं दूसरी ओर, संजीव को लगता है कि उसकी राजकुमारी को इस दुनिया का सबसे अच्छा लड़का मिलना चाहिये।

नागार्जुन कुट्टी या अर्जुन (करणवीर शर्मा द्वारा अभिनीत) का ताल्लुक इंदौर में रहने वाले एक दक्षिण भारतीय परिवार से है। वह एक हैंडसम एलिजिबल बैचलर और पेशे से वकील है। वह इस शो में एकमात्र समझदार इंसान है। अर्जुन का सामना एक सीधी-सादी और उन्मुक्त मिजाज वाली लड़की रूमी (मनीषा रावत) से होता है। समय गुजरने के साथ अर्जुन और रूमी की नजदीकियां बढ़ती जाती है और अर्जुन को उससे प्यार हो जाता है। रूमी के पिता संजीव सकलेचा, मनोज जोशी द्वारा अभिनीत, एक अपर मिडलक्लास बिजनेसमैन हैं। संजीव एक सेल्फ मेड मैन है और उसकी कड़ी मेहनत ने आज शहर में उसे एक अच्छा दर्जा दिलाया है। रूमी को उसके पिता ने एक राजुकमारी की तरह पाल-पोसकर बड़ा किया है। वह भारतीय परंपराओं और पारिवारिक मूल्यों को समझती है और इसलिये अपने से बड़ों का सम्मान करती है। वह अपने पिता के दिल के बेहद करीब है और अपनी जिंदगी का हर फैसला उनकी मर्जी के अनुसार लेती है1 अर्जुन को एक बहुत ही मुश्किल काम करना है और वह है रूमी के पिता को समझाना कि वह रूमी से शादी करने के लिये सबसे अच्छा लड़का है। इसी के साथ अर्जुन और संजीव के बीच एक खींचतान शुरू हो जाती है। एक आरे जहां अर्जुन, रूमी से शादी करना चाहता है, वहीं दूसरी ओर संजीव अर्जुन को हर हाल में अपनी बेटी से दूर रखना चाहता है।

संजीव की पत्नी संगीता सकलेचा (अंजलि गुप्ता) एक पुराने विचारों वाली गृहणी है। वह एक सीधी-सादी और घरेलू महिला है तथा उसे हमेशा अपने परिवार की चिंता रहती है। अर्जुन की मां, चारूलता कुट्टी (अनीता कुलकर्णी) इंदौर में एक लॉ प्रोफेसर है। वह एक सख्त मां और पारंपरिक महिला है। वहीं उसके पिता-वेंकटेश कुट्टी (अभय कुलकर्णी) एक रिटायर्ड वकील और कंसल्टेंट हैं। उन्हें संगीत का अभ्यास करना और अपनी पत्नी चारूलता के सामने चुटकुले सुनाने में मजा आता है। अन्य प्रमुख कलाकारों में चतुर और मौज-मस्ती पसंद करने वाली दादी (शुभा खोटे), अर्जुन की बहन ललिता (कृतिका शर्मा) और रूमी का भाई साहिल (प्रविष्ट मिश्रा) शामिल हैं।