पैंतीस पैसे रोज …..सही पकड़े हैं …..

जी आप को अब समझ में आ गया होगा रोज रोज पैंतीस पैसे क्यों बढाए जा रहे थे पेट्रोल डीजल पर । नहीं समझे कमाल हो आप भी …..

100/ रुपए लीटर पार होते ही सरकार को लगने लगा था कि पेट्रोल डीजल पर तैर रही  उनकी सरकार ज्यादा नहीं तैर  पाएगी डूब जाना तय लगने लगा पार्टी के अंदर से ही बगावत के स्वर उठने लगे , इसका अंदाजा लगाया गया तेजी से पेट्रोल डीजल पर पैंतीस पैसे रोज रोज  बढ़ा कर एक ही महीने में आठ से दस रुपए बढ़ा दिए गए साथ ही उप चुनाव के नतीजे आने का भी रास्ता देखा गया , नतीजों से इशारा मिला कि बीजेपी की लोकप्रियता घट गई है जहां बंगाल में सफाया हो गया, हिमाचल गया  वहीं तीन में से दो लोक सभा सीट गंवा  कर बीजेपी ने समझ लिया कि ,,,बहुत हुई महंगाई की मार अबकी बार अलविदा सरकार ।

इसी महीने तेजी से बढ़ाई हुई कीमतों को वापस ले कर एक तीर से कई शिकार करने की कोशिश की गई , दीवाली का तोहफा दिया गया , जोरदार हेड लाइन बनाई गई गोदी मेडिया के लिए , और भोली भाली जनता को पेट्रोल पंप पर 120 रुपए देना सिखा कर दस पांच रुपए कम कर दिए गए , विपक्ष का मुंह भी बन्द कर दिया ।

जो लोग पिछले महीने एक सौ दस रुपए लीटर पेट्रोल भरवा कर सरकार को कोस रहे थे वो अब खुश हैं कि एक सौ बीस से वापस एक सौ दस हो गया, पेट्रोल पंप पर जो गाली बक रहे थे पेट्रोल  एक सौ दस रुपए लीटर  होने पर कुछ दिन पहले वो ही अब बोल रहे हैं … धन्यवाद मोदी जी …कमाल हो यार आप भी एक सौ दस पर धन्यवाद ।

रसोई गैस एक हजार रुपए है ही , कमर्शियल गैस दो हजार पार हो गई है छ सात सौ में मिलने वाला सिलेंडर दो हजार रूपए पर है खाद्य तेलों की कीमत दो गुनी से ज्यादा हो गई एक साल में ,दवाएं डेढ़ गुना कीमत एक साल में …. इस सरकार में और आप खुश हैं , आप भी कमाल करते हो यार , कितने खुश मिज़ाज हो आप भी , पांच रुपए कम हो गए तो खुश हो गए, पच्चीस रुपए बढ़ने का गम भूल गए ग्रेट जनता ।

पिछले महीने पेट्रोल के इस खेल ने मेहंगाई में आग में घी का काम किया पेट्रोल के नाम पर माल भाड़े , और माल भाड़े के नाम पर किराना वस्तुओं की कीमतों में बेलगाम बढ़ोतरी हुई क्या वो सब रिवर्स हो जाएगी ? 

नहीं ये ज़हर तो जनता के हिस्से ही आएगा हम और हमारे बच्चे ही पी रहे हैं ये ज़हर ।

एक बार फिर विपक्ष का नाकारापन  साबित हो गया और सत्ता पक्ष की चतुराई भी  ।

विपक्ष पेट्रोल एक सौ बीस होने पर भी इसे मुद्दा नहीं बना पाया , रोड पर नहीं निकल पाया , हंगामा बरपा नहीं कर पाया , अलसाया सा अपने ए. सी. बेडरूम में ही पड़ा रहा इस से पहले की विपक्ष पेट्रोल डीजल की बेतहाशा मेहंगाई अंट शंट टैक्स वसूली को बड़ा मुद्दा बना कर सरकार को घेरता सरकार ने खेला कर  दिया है । पेट्रोल डीजल कथित रूप से सस्ता कर दिया है।

ये अलग बात है कि समझने वाले समझ गए , जो न समझे वो अनाड़ी है ।

अब चलते चलते इस खेल से अलग एक बात और कह दूं हमारे शहर के बड़े नेता जी ने मनघड़ंत बयान दे डाला इस्लाम के बारे में उनके कद को ये भोंडापन शोभा नहीं देता , इस्लाम दुनिया में कहीं भी तलवार के दम पर नहीं फैला , मेरा ऐसा मानना है कि इस्लाम क्या दुनिया का कोई भी धर्म तलवार के दम पर नहीं फैल सकता , धर्म न सिर्फ अति निजी भाव है बल्कि ये दिल दिमाग का सुकून और श्रद्धा का विषय है किसी को धमका कर सुकून नहीं पहुंचाया जा सकता  ,इस की पुष्टि के लिए कुरआन में स्पष्ट आया है जिसका  सार ये है  .. कि तुम अपने ईश्वर की इबादत करो हम अपने , तुम्हे तुम्हारा धर्म मुबारक हमें हमारा और नेताजी को इतिहास भी पढ़ना चाहिए भारत में कहीं भी तलवार के साए में किसी धर्म का प्रचार नहीं हुआ इस्लाम का तो बिल्कुल नहीं , और पढ़ेंगे तो उन्हें ये भी मिल ही जाएगा कि भारत में पहली मस्जिद का निर्माण राम वर्मा कुल शेखर के आदेश से केरल में 629 में हुआ  हुआ था ।

खैर ईश्वर हर राजनेता को सद्बुद्धि दे कि धर्म की आड़ में अपनी रोटी सेकने से बाज़ आए । 

दीवाली  की मुबारकबाद के साथ 

आपका हनीफ इंदौरी