डेंगू या वायरल फीवर से उबर रहे हैं, तो इन चीज़ों से करें परहेज़

हम साल के किसी भी समय की तुलना में सर्दियों में बीमार पड़ने की अधिक संभावना रखते हैं। बहुत से लोग बीमारियों के जोखिम को कम करने और उनके लक्षणों को कम करने के लिए सही खाने के बारे में बात करते हैं। ।लेकिन सर्दियों में डेंगू और वायरल फीवर से उभरते समय निम्नचीजों से दूर रहना चाहिए 

डिहाइड्रेशन 

पानी पीने पर ध्‍यान दें।

अक्‍सर ऐसा होता हैं हम सर्दियों में प्‍यास ना लगने की वजह से पानी पीना भूल जाते हैं जिससे डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए पानी मात्रा का भी ध्‍यान रखें।  सही मात्रा में पानी लेने से इम्यूनिटी बढ़ती है।

2. अधिक गर्म पानी से नहाना

सर्दियों में अक्‍सर लोग गर्म पानी से नहाना पसंद करते हैं लेकिन अधिक गर्म पानी से नहाना शुष्क त्वचा का कारण होता है।

 कैफीन

जब शरीर डेंगू से लड़ रहा होता है, तो उसे खूब तरल पदार्थों की ज़रूरत होती है। जिसमें पानी, नारियल पानी, नींबू पानी, लेकिन इसमें चाय और कॉफी शामिल नहीं है। कैफीन युक्त ड्रिंक्स दिल की धड़कन बढ़ाने का काम कर सकती हैं, साथ ही थकान और मांसपेशियों में दर्द की तकलीफ बढ़ाती हैं। चाय कॉफी में अधिक मात्रा में कैफीन होता है जो आपके शरीर से पानी निकालकर डिहाइड्रेशन होता है और शरीर को प्रभावित करता है।

 ऑयली फूड

डेंगू में मरीज़ों को अपनी डाइट का बेहद ख़्याल रखना होता है। ऐसे में ऑयली या फ्राइड फूड से दूर रहना ही बेहतर होता है। इस समय हल्का खाएं जिससे खाना आसानी से पच जाए। ऑयली खाने में फैट्स की मात्रा ज़्यादा होती है, जिसकी वजह से ब्लड प्रेशर के साथ कोलेस्ट्रोल भी बढ़ने का ख़तरा होता है।

स्पाइसी और मसालेदार खाना

न सिर्फ डेंगू बल्कि किसी भी तरह की बीमारी होने पर मसालेदार खाने से दूरी बनानी चाहिए। ज़्यादा स्पाइसी खाना पेट में एसिड जमा करता है जिससे अल्सर की परेशानी हो सकती है। यानी इससे तबियत ज़्यादा ख़राब हो सकती है, इसलिए जितना हो सके सादा खाना खाएं।

मांसाहारी खाने से बनाएं दूरी

डेंगू के मरीज़ों को मांसाहारी खाने से परहेज़ करने की ज़रूरत होती है, क्योंकि इस खाने में काफी मसालों का उपयोग होता है, जो बीमारी में नुकसान पहुंचा सकता है। शरीर पहले ही एक इंफेक्शन से लड़ रहा होता है और ऐसे में उसके लिए नान-वेज जैसे हेवी खाने को पचाने में काफी मेहनत करनी पड़ती है। इसलिए इस समय हेल्दी लिक्विड डाइट बेहतर मानी जाती है।

akshansh mehra