सरकार प्रौद्योगिकी के साथ स्टार्टअप्स को सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध : डॉ. सारस्वत

इन्दौर । सरकार प्रौद्योगिकी के साथ स्टार्टअप्स को सहयोग करने, उन्हें आर्थिक अनुदान देने तथा उन्हें दुनिया का उत्कृष्ट पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
यह बात प्रसिद्ध वैज्ञानिक तथा भारत सरकार की अग्रणी संस्था नीति आयोग के सदस्य, पद्म विभूषण डॉ. वी.के. सारस्वत ने प्रेस्टीज इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग मैनेजमेंट एंड रिसर्च परिसर स्थित अटल इनक्यूबेशन सेंटर-प्रेस्टीज इंस्पायर फाउंडेशन में एक आधुनिक ड्रोन टेक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का शुभारंभ करते हुए कही। ड्रोन टेक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना एआईसी-पीआईएफ में मुख्य रूप से ड्रोन आधारित प्रौद्योगिकी और अनुसंधान स्टार्टअप को इनक्यूबेट और समर्थन करने के उद्देश्य से की गई है।
डॉ. सारस्वत ने इस अवसर पर सास्टार्ट का भी लॉन्च किया, जो माइक्रोसॉफ्ट और हेड स्टार्ट के साथ साझेदारी में एक संरचित कार्यक्रम है। उन्होंने एआईसी-पीआईएफ स्थित विभिन्न इनक्यूबेटेड स्टार्टअप्स के प्रतिनिधियों से मुलाकात करते हुए नवोदित स्टार्टअप्स को मार्गदर्शन और सुझाव दिए तथा उन्हें अगले स्तर तक ले जाने में पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। डॉ. सारस्वत ने इन स्टार्टअप्स के पोषण के लिए एआईसी-प्रेस्टीज की सराहना करते हुए कहा कि भारत का स्टार्टअप्स के क्षेत्र में विश्व में अग्रणी बनना सुनिश्चित है।
प्रेस्टीज इंस्पायर फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. डेविश जैन ने कहा कि आज युवाओं को अपनी प्रतिभा और कौशल का लाभ उठाने और इसे एक बड़े व्यवसाय में बदलने का सबसे अच्छा अवसर दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रेस्टीज गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करती रही है और युवाओं को हर तरह से सहयोग देगी।
एआईसी-प्रेस्टीज के सीईओ डॉ. संजीव पाटनी ने कहा कि वर्तमान में अटल इन्क्यूबेशन सेंटर में 40 से अधिक सक्रिय स्टार्टअप हैं और वे सभी अच्छा काम कर रहे हैं। इन स्टार्टअप्स को सफल बनाने के लिए तकनीक, फंडिंग, मार्केटिंग आदि का सहयोग अटल इन्क्यूबेशन सेंटर के माध्यम से किया जाता है। डॉ. पाटनी ने कहा कि एआईसी-प्रेस्टीज इंस्पायर फाउंडेशन मध्य प्रदेश एवं भारत में स्टार्टअप कल्चर के आगे बढ़ाने तथा स्टार्टअप्स को बढ़ाबा देने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।