दिल्ली में आ गई कोरोना की तीसरी लहर

नई दिल्ली । कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट के तेजी से बढ़ते खतरे के बीच दिल्ली सहित देशभर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या एक बार फिर बढ़ने लगी है। हालात से निपटने के लिए केंद्र के साथ ही दिल्ली सरकार ने भी मोर्चा संभाल लिया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को राजधानी दिल्ली में ओमिक्रॉन मामलों और कोरोना मरीजों के लिए होम आइसोलेशन प्रबंधन को मजबूत करने के लिए एक हाई लेवल मीटिंग की। मीटिंग में कोरोना वायरस के इस नए वैरिएंट के संबंध में तैयारियों और इंतजामों का आंकलन किया गया। कैबिनेट मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हुई केजरीवाल की इस बैठक में कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर और वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट के बारे में तैयारियों पर चर्चा की गई। इसके अलावा बैठक में अस्पताल में बेड्स, दवाओं और होम आइसोलेशन उपायों पर भी चर्चा हुई। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, देशभर में अभी तक ओमिक्रॉन के 236 मामले सामने आए हैं। वहीं, दिल्ली में अब तक ओमिक्रॉन वैरिएंट के 64 मरीजों की पुष्टि हुई हैं, जिनमें से 23 लोग रिकवर हो भी चुके हैं। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों और ओमिक्रॉन वैरिएंट का संक्रमण फैलने के खतरे के मद्देनजर दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने बुधवार को जिलाधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था कि दिल्ली में क्रिसमस और नववर्ष के जश्न को लेकर कोई जमावड़ा नहीं हो। हालांकि, रेस्तरां और बार का संचालन नियमों के अनुसार चलता रहेगा। विवाह संबंधी कार्यक्रमों में अधिकतम 200 लोगों के उपस्थित होने की अनुमति होगी। डीडीएमए ने जिलाधिकारियों को दिल्ली के उन इलाकों की पहचान करने का निर्देश दिया, जहां कोविड-19 के तेजी से फैलने की आशंका है। दिल्ली में बुधवार को 125 मामले सामने आए थे, जो 22 जून के बाद से सबसे अधिक हैं। 22 जून को संक्रमण के 134 मामले सामने आए थे।