राजनीतिक समीकरण जिस प्रकार आमजन पर हावी होते जा रहे हैं उसका सीधा प्रभाव आमजन की आर्थिक मनोदशा बदल देगा और परिणाम पूर्णता भयावाह होंगे। और आम आदमी को परिणाम भुगतना पड़ रहें हैं और इसका पूर्णता प्रतिफल प्रदेश की शिवराज सरकार उठा रही है। दोनों ही परिस्थिति में वाहवाही लूटना चाहती है शिवराज सरकार। हाल ही में प्रदेश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमनीक्रोम का आगमन धीरे-धीरे होता जा रहा है। चुकी रिकवरी रेट भी ज्यादा है और मरीज ठीक भी होते जा रहे हैं लेकिन अचानक शिवराज सरकार ने रात्रि 11:00 बजे से सुबह 5:00 बजे तक कर्फ्यू की घोषणा कर दी यह पूर्णता अनुचित है। लोगों के साथ छल पूर्ण नीति का आगाज करना चाहती है शिवराज सरकार। प्रदेश में टुकड़े-टुकड़े की बीजेपी सरकार ने अपनी मनमर्जी की नीतियों से आमजन को त्रस्त कर रखा है। एक तरफ चुनाव की तैयारियों में मगरूर बीजेपी सरकार आज आमजन को कोरोना के नाम पर आंख दिखा रही है जबकि आंख के अंधों को स्वयं आंखों की जरूरत है । लगातार विदेशों से आ रहे नागरिकों को विमानतल पर ही कम से कम 15 दिनों तक रोक देना चाहिए था लेकिन तब तो मंत्रियों की एवं नगरीय प्रशासन की गहरी नींद नहीं टूटी और उसका खामियाजा संपूर्ण प्रदेश को भुगतना पड़ रहा है या भुगतने के लिए चेताया जा रहा है ऐसा क्यों ? भारी भरकम चुनावी रैलियों में कोरोना गहरी नींद में सो जाता है । और आमजन पिछले 3 साल से आर्थिक तंगी से गुजरते हुए अपना घर सवारने में कर्जों को कम करने के लिए अपनी रातों की नींद दिन का चैन गवा कर ब्याज पर ब्याज टैक्स पर टैक्स सरकार को भरे जा रहे हैं और सरकार उन आमजन के पैसे का दुरुपयोग चुनावी नीतियों के साथ खुद के सुखचैन में गवा रहे हैं। साथ ही प्रदेश को लॉक डाउन की कगार पर पहुंचाते जा रहे हैं जागो शिवराज सरकार जागो अन्यथा जिस दिन यह आमजन जाग गया उस दिन आप अपनी लुटिया स्वयं डूबा लेंगे। हाल ही में इंदौर में होने जा रहे 25 दिसंबर से मालवा उत्सव में क्या सरकार कोरोना को आने से रोक पाएगी? लेकिन सरकार चाहती तो मालवा उत्सव को डिजिटल रूप में कर सकती थी और बिना किसी भीड़भाड़ के लाइव टेलीकास्ट के माध्यम से मालवा उत्सव को भी संपन्न करा सकती थी और कोरोना को फैलने से रोक सकती थी क्योंकि कोरो ना केवल गरीब आमजन लोगों के लिए ही है बीआईपी नेता मंत्रियों के लिए नहीं है जो वोटों की खातिर सड़कों से लेकर घरों तक नोट बांट रहे हैं रोड छठ रहे हैं वहां कोरोना के नए वेरिएंट ओमी क्रोम का जाना पूर्णता प्रतिबंधित है । सरकार इस आपाधापी के दौर में ना जाने कितने निर्दोष परिवारों की बलि चढ़ाने के ताने-बाने बुन रही है । प्रदेश का मुखिया गहरी नींद में होने का ढोंग रखते हुए प्रदेश की जनता को दाने दाने के लिए मोहताज करने को तुली हुई है। हाल ही में नंदा नगर में विशाल भागवत कथा का आयोजन किया गया वृंदावन के प्रतिष्ठित ठाकुर जी महाराज के मुखारविंद से उसमें प्रदेश के बड़े से बड़े राजनेता बिना मास के नजारद होते हुए देखे गए साथ ही हजारों की संख्या में दर्शक बिना कोरोना प्रोटोकॉल के हुजूम लगाए रहे। तब ना तो प्रदेश के मुखिया को और ना ही नगरीय प्रशासन को आमजन की फिक्र नहीं हुईं और ना करो ना का डर रहा यह कैसी नीति है प्रदेश के मुखिया की , की राजनीतिक कार्यक्रमों में कोरोना के सभी वैरीअंट दूर रहते हैं और आमजन जब अपना पेट भरने के लिए जब सड़कों पर उतरते हैं तब उनकी साथ कोरोना भी सड़कों पर उतर आता है मंत्रियों के इशारों पर और एसी कमरों में बैठ कर शिवराज सरकार प्लान पर प्लान फेक ती रहती है और बलि चढ़ती है तो बस गरीब, बेसहारा लोगों की ।
राम राजपूत