हमारी भारतीय संस्कृति में
मर्यादा का महत्व बहुत है
हर रिश्ते की अपनी मर्यादा
बनाए हर रिश्ता अनोखा
भाई-बहन का रिश्ता हो
मां-बाप से जुड़ा हो रिश्ता
मर्यादा में ही रहकर
वो अपनी खुशबू बिखेरता
बुजुर्गों का सम्मान करना
छोटों को आदर प्यार बांटना
डर का कोई भाव नहीं हो
प्रेम से सिंचित होता रिश्ता
मर्यादा में रहकर ही तो राम भी
मर्यादा पुरुषोत्तम राम कहलाए
मर्यादा का ख्याल जो न रख पाता
पशुवत उसका भी जीवन हो जाता
अनुराधा प्रियदर्शिनी
प्रयागराज उत्तर प्रदेश