बादाम और करंज के पौधे रोपे
भोपाल(ईएमएस)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मध्यप्रदेश के पहले एवरेस्ट विजेता भगवान सिंह के साथ स्मार्ट उद्यान में करंज और बादाम का पौधा लगाया। मुख्यमंत्री श्री चौहान अपने संकल्प के क्रम में प्रतिदिन पौध-रोपण करते हैं। पर्यावरण-संरक्षण और पौध-रोपण की गतिविधियों में सामाजिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री श्री चौहान इन क्षेत्र में सक्रिय स्वयंसेवी, सामाजिक संस्थाओं तथा व्यक्तियों के साथ प्रतिदिन पौध-रोपण कर रहे हैं।
वर्ष 2016 में एवरेस्ट पर फहराया था तिरंगा
भगवान सिंह ने 19 मई 2016 को विश्व की सबसे ऊँची पर्वत चोटी एवरेस्ट पर भारतीय तिरंगा और मध्यप्रदेश के खेल विभाग का झंडा फहराया था।
भगवान सिंह भोपाल के तात्या टोपे नगर स्टेडियम में खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देते हैं। वे पिछले 40 सालों से साइकिल से सफर कर रहे हैं। बच्चों को साइकिल चलाने के लिए प्रेरित करने ट्रेनिंग ग्रुप के माध्यम से ट्रेनिंग भी देते है। साइकिल ग्रुप के सदस्यों के साथ साफ-सफाई और पर्यावरण-संरक्षण के लिए पौधे लगाने के लिए प्रेरित करने में भी सक्रिय हैं। भगवान सिंह भोपाल से अपने निवास ग्वालियर की यात्रा साइकिल से ही करते हैं।
पौधों का महत्व
बादाम एक मेवा है। तकनीकी दृष्टि से यह बादाम के पेड़ के फल का बीज है। बादाम के पेड़ में गुलाबी और श्वेत रंग के सुंगधित फूल लगते हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में यह अधिक पनपता है। एशिया में ईरान-ईराक में यह अधिक संख्या में होता है। बादाम फाइवर होने से पाचन में सहायक होता है। उच्च रक्तचाप, कब्ज रोग और हृदय रोगों के उपचार में बादाम उपयोगी होता है। यह पोटेशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम और विटामिन-ई से भरपूर है। करंज का पौधा आयुर्वेदिक चिकित्सा में महत्वपूर्ण माना गया है। करंज के पौधे का इस्तेमाल धार्मिक कार्यों में भी किया जाता है।