एक लड़के का सड़क पर एक्सीडेंट हो गया और उसे बहुत चोट आई। वह मदद के लिए चिल्ला रहा था और दर्द से तड़प रहा था। उसके पास लोगों की भीड़ जमा हो गई लेकिन कोई उसकी मदद करने के लिए आगे नहीं आया। कुछ लोग तो अपने फोन से उसका फोटो खींच आगे बढ़ रहे थे।
तभी वहां से एक बाइक पर दो आदमी निकले उस घायल लड़के को देखकर बाइक पर पीछे बैठे आदमी ने कहा _चल भाई उसकी मदद करते हैं, शायद बच जाए। बाइक चलाने वाले आदमी ने कहा_ नहीं…. नहीं.. हमें क्या मतलब ? कौन है, कहां से है ? और इसके चक्कर में कौन पुलिस के लफड़े में पड़ेगा। हम लोग आगे बढ़ते हैं और वो दोनों वहां से आगे बढ़ गए।
कुछ किलोमीटर दूर जाकर उस बाइक पर सवार उन दोनों आदमियों का भी एक्सीडेंट हो गया। वह दोनों बहुत गंभीर रूप से घायल हो गए और मदद के लिए चिल्लाने लगे। दर्द से तड़पने लगे। जो व्यक्ति बाइक चला रहा था उसे थोड़ा होश था लेकिन जो पीछे बैठा था वह बिल्कुल बेहोश हो गया था। उनको देखने के लिए भी लोगों की भीड़ जमा हो गई।
कुछ लोग उनका भी फोटो खींच कर आगे बढ़ने लगे।
तभी वहां से एक बाइक पर दो आदमी निकले।बाइक पर पीछे बैठे आदमी ने कहा_ चल भाई इन दोनों की मदद कर देते हैं शायद बच जाएं। बाइक चलाने वाले आदमी ने कहा_ नहीं …..नहीं हमें क्या मतलब ? कौन है , कहां से है ? कौन इनके चक्कर में पुलिस के लफड़े में पड़ेगा ! हम यहां से निकल लेते हैं इतना कहकर वो आगे बढ़ गए ।
घायल पड़ा बाइक चलाने वाला आदमी उनकी धुंधली धुंधली बातें सुन सकता था।
धन्यवाद!
तारावती सैनी “नीरज” जयपुर राजस्थान
संपर्क सूत्र_ 9829592510