मंत्री का बयान इंटरनेट मीडिया पर आते ही शुरू हुआ विवाद
भोपाल । स्कूलों में हिजाब पहनने को लेकर कर्नाटक में बवाल मचने के बाद अब इसकी आंच मध्यप्रदेश में भी आने लगी है। प्रदेश के स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार ने कल दिए बयान के बयान के बाद प्रदेश की राजनीति भी गरमा गई है। स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री परमार ने कल कहा कि हिजाब स्कूली यूनिफार्म का हिस्सा नहीं है, इसलिए इस पर पाबंदी लगाई जानी चाहिए। जिसे पहना है वह अपने घर में इसे पहने। प्रदेश में अगर कोई हिजाब पहनकर स्कूल आता है तो इस पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। मंत्री का यह बयान इंटरनेट मीडिया पर आते ही विवाद भी शुरू हो गया। लगातार प्रतिक्रियाओं के बीच मंत्री इंदर सिंह परमार ने देर शाम एक बार फिर इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो जारी किया। इसमें उन्होंने बताया कि प्रदेश में आगामी शिक्षा सत्र से स्कूलों में नया ड्रेस कोड लागू किया जाएगा। विभाग इस पर कार्य कर रहा है। ड्रेस कोड में यह ध्यान रखा जाएगा कि स्कूलों में समानता और अनुशासन का भाव रहे। ड्रेस कोड तैयार होते ही अगले सत्र के लिए विभाग द्वारा स्कूलों सूचित किया जाएगा। उन्होंने कर्नाटक में हिजाब को लेकर चल रहे विवाद पर भी कहा कि स्कूलों की यूनिफार्म को लेकर जानबूझकर देश का माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है। भारत की मान्यता है कि जिस परंपरा में लोग निवास करते हैं, उसका वह अपने घरों में भी पालन करें। स्कूलों में जो यूनिफार्म कोड लागू किया गया है, उसका पालन करना चाहिए। इधर स्कूला शिक्षा राज्य मंत्री के बयान के बाद कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने अपना एक वीडियो ट्वीट कर कहा है कि हिजाब बैन करना दूर की बात है। यह देश संविधान से चलेगा जो बाबा साहब आंबेडकर ने दिया है। यह देश गांधी की विचारधारा से चलेगा। यह देश गोडसे की विचारधारा और आपकी शर्तों से नहीं चलेगा। मध्य प्रदेश में इस तरह का जो भी प्रस्ताव होगा उसका कड़ा विरोध करेंगे। किसी भी हाल में इसे लागू नहीं होने देंगे। कर्नाटक राज्य में प्रारंभ यह विवाद आजकल सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बना हुआ है।
सुदामा नर-वरे/9 फरवरी 2022