नई दिल्ली । प्रदेश भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल सरकार द्वारा आंगनबाड़ी महिलाओं को बर्खास्त करना मानवीयता को शर्मसार करने वाली निंदनीय घटना है। भाजपा कार्यकर्ता दिल्ली की समस्याओं को लेकर 23 मार्च को विधानसभा के बाहर प्रचंड विरोध प्रदर्शन करेंगे। नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी के साथ हुए आज एक संयुक्त प्रेसवार्ता में श्री गुप्ता ने कहा कि खुद को दिल्ली का बेटा कहने वाले केजरीवाल ने पंजाब चुनाव से पहले 1000 रुपये महिलाओं को प्रतिमाह भत्ता देने की बात कही थी और दिल्ली में आंगनवाड़ी महिलाओं को बर्खास्त करने का काम कर रहे हैं। अगर केजरीवाल में हिम्मत होती तो वे महिलाओं को पंजाब चुनाव से पहले बर्खास्त करके दिखाते।
श्री गुप्ता ने कहा कि भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही उपराज्यपाल के पास आंगनबाड़ी महिलाओं की समस्याओं को लेकर जाएगा जिसमें आंगनबाड़ी महिलाओं के मानदेय को बढ़ाने, आवश्य़क सेवा अनुरक्षण कानून (एस्मा) को हटाने एवं उनके टर्मिनेशन को वापस करने की तीन सूत्रीय मांगें शामिल हैं। उन्होंने कहा कि आज भाजपा सभी आंगनबाड़ी महिलाओं के साथ खड़ी है और जब तक उनका टर्मिनेशन लेटर वापस नहीं लिया जाता तब तक केजरीवाल सरकार के खिलाफ हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
श्री गुप्ता ने कहा कि आंगनबाड़ी महिलाओं के ऊपर पूरी दिल्ली निर्भर है। गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ्य जांच, विटामीन मिल रहा है या नहीं एवं अन्य महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का वहन आंगनवाड़ी महिलाएं करती हैं एवं ऐसी महिलाओं के प्रति अन्याय एवं शोषण का काम केजरीवाल सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रित तरीके से उठाए गए आवाज को कैसे दबाया जाए इसका पहला उदाहरण दिल्ली सरकार द्वारा आंगनबाड़ी बहनों को बर्खास्तगी है। कोरोना काल में जिन बहनों ने दूसरों की जान बचाने के लिए अपनी जान गंवाई उन्हें पुरस्कार देने की जगह नौकरी से निकाल दिया गया।
नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने केजरीवाल से मांग करते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार जिन 991 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नौकरी से बर्खास्त किया है, उन्हें तत्काल प्रभाव से वापस लें एवं न्यूनतम वेतन कम से कम 20,000 रुपये देना चाहिए। उन्होंने कहा कि 23 मार्च को होने वाले विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन में भाजपा के सभी विधायक शामिल होंगे और दिल्ली की सभी समस्याओं को लेकर आवाज बुलंद करेंगे।
श्री बिधूड़ी ने कहा कि केजरीवाल सरकार आंगनबाड़ी वर्कर्स को 9600 रुपये और हेल्पर 4800 रुपये दिए जाते हैं और ठीक इसी तरह गेस्ट टीचर को नियमित करने एवं उनकी सैलरी में बढ़ोतरी करने की बात उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया कह चुके हैं, लेकिन आज तक नहीं हो पाया है। वोकेशनल टीचर जिन्हें केजरीवाल सरकार 16000 रुपये तनख्वाह देती है जबकि अन्य राज्यों उत्तर प्रदेश, हरियाणा हो वहां 32000 रुपये दिए जाते हैं। जबकि आशा वर्कर्स को केवल 4000 रुपये दिल्ली सरकार दे रही है। कुशल श्रमिक (स्कील्ड वर्कर्स) को सिर्फ 19443 रुपये तय किया गया है, जो कि न्यूनतम वेतन भी नहीं है। इन सभी मुद्दों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। आज हुए संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश उपाध्यक्ष राजन तिवारी, मीडिया सह-प्रमुख हरिहर रघुवंशी एवं प्रदेश प्रवक्ता आदित्य झा सहित आंगनबाड़ी की महिलाएं भी उपस्थित थीं।
धर्मेन्द्र, 21 मार्च, 2022