-लोगों से अपील की गई है कि वह घरों में ही रहें, बेवजह न निकलें
-महामारी रोकने के लिए जो उपाय किए जा रहे वह बेहतर हैं: जिनपिंग
नई दिल्ली । कोरोना संक्रमण का कहर अभी थमा नहीं है। कोविड ने एक बार फिर से चीन में हाहाकार मचाना शुरू कर दिया है। चाइना के सबसे बड़े शहर शंघाई में एक बार फिर से लॉकडाउन की वापसी हो गई है। शंघाई की स्थानीय सरकार ने बताया कि शंघाई के पुडोंग और आसपास के क्षेत्रों को सोमवार से शुक्रवार तक लॉकडाउन लागू किया गया है। साथ ही बड़े स्तर पर लोगों की कोविड की जांच की जा रही है। शंघाई के स्थानीय प्रशासन ने बताया कि हुआंगपु नदी के वेस्ट साइड में डाउनटाउन क्षेत्र में शुक्रवार से लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया गया है। इसके साथ ही लोगों से अपील की गई है कि वह अपने घरों में ही रहें, बेवजह न निकलें। खाने-पीने की चीजों के लिए ऑनलाइन ऑर्डर करें। सरकारी आदेश में कहा गया है कि सभी आवश्यक दफ्तरों को छोड़कर अन्य दफ्तरों को बंद कर करने के आदेश दिए गए हैं।
कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट को हालात सामान्य होने तक बंद करने का फैसला लिया गया है। 26 मिलियन की आबादी वाले शहर शंघाई में अब कई सेक्टरों को बंद कर दिया गया है। जगह-जगह बूथ बनाए गए हैं, जिन पर कोविड की जांच की जा रही है। हालांकि लॉकडाउन से शंघाई की अर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर पड़ रहा है। क्योंकि कोरोना की वजह से शंघाई का डिज़्नी थीम पार्क पहले से ही बंद है। इन दिनों चीन के उत्तरपूर्वी प्रांत जिलिन में कोरोना का प्रकोप काफी बढ़ रहा है। वहीं बीजिंग “डायनामिक जीरो-कोविड” नीति के तहत कोविड की रोकथाम के प्रयास कर रहा है। सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि कोविड की प्रभावी रोकथाम के लिए जरूरी है कि तत्काल प्रभाव से लॉकडाउन लगाया जाए। हमारा पूरा ध्यान जल्द से जल्द कोरोना की रोकथाम पर है। इसके लिए लॉकडाउन जैसे क़ड़े कदम उठाने की जरूरत है। शी जिनपिंग ने कोरोना की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इस महामारी को रोकने के लिए जो भी उपाय किए जा रहे हैं, वह बेहतर हैं। बता दें कि चीन में वैक्सीनेशन का आंकड़ा 87 प्रतिशत है। जो कि बुजुर्गों में काफी कम है।