पशुपालक महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा- बाबा बने हैं तो थोड़ा हिन्दी भी बोलना पड़ेगा
बनासकांठा | प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात यात्रा के दूसरे दिन आज बनासकांठा जिले के दियोदर में बनास डेयरी के नवनिर्मित प्लांट समेत विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण किया| राज्य के पूर्व मंत्री शंकर चौधरी के साथ पीएम मोदी ने बनास डेयरी प्लांट का निरीक्षण किया| इस मौके पर डेयरी में काम करने वाली महिलाओं ने पीएम मोदी की बलैया ली| पीएम मोदी ने पोटेटो प्रोसेसिंग और प्रोडक्ट यूनिट का ई लोकार्पण किया| यह दुनिया का पहला पोटेटो प्रोसेसिंग प्लांट है, जिसमें आलू टिक्की, फ्रेंच फ्राइज, बर्गर समेत 4 वस्तुएं बनेंगी| पीएम मोदी ने बनास गोबर गैस प्लांट और बायो सीएनजी स्टेशन धामा का ई लोकार्पण किया| इसके अलावा खीमाणा, रतनपुर, राधनपुर और थावर समेत 4 गोबर प्लांट का भी ई लोकार्पण किया| इस अवसर पर महिला पशुपालकों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आपसे क्षमा और अनुमति हो तो थोड़ा हिन्दी बोलना चाहता हूं| क्योंकि मीडिया के लोगों का अनुरोध है| अब बाबा बने हैं तो थोड़ा हिन्दी बोलना पड़ेगा| मां नडेश्वरी और मां अंबाजी की पावन भूमि को शत शत नमन करता हूं| उन्होंने कहा कि शायद जीवन में पहली बार ऐसा अवसर आया है, जब एक साथ दो लाख से अधिक माताएं और बहनें आशीर्वाद देने आई हैं| जब वे मेरी बलैया ले रही थीं, तब अपने मन को रोक नहीं पाया| यह आशीर्वाद मेरे लिए अनमोल है और मैं बनास की सभी माता और बहनों को आदर पूर्वक नमन करता हूं| पिछले दो घंटों में यहां मैं कई जगह गया| सरकारी योजना की लाभार्थी महिलाओं के साथ भी बातचीत की और प्लांट का दौरा भी किया| इस दौरान मैंने जो भी देखा उससे काफी प्रभावित हूं| भारत में गांव की अर्थ व्यवस्था और माता-बहनों के सशक्तिकरण को किस प्रकार बल दिया जाए| सरकार किस प्रकार आत्मनिर्भर भारत अभियान को ताकत दे, इन सबका यहां प्रत्यक्ष अनुभव हुआ है| कुछ महीने पहले मुझे बनारस में बनास काशी परिसर के शिलान्यास के अवसर मिला था| इसके लिए मैं बनास डेयरी के प्रति आभार व्यक्त करता हूं जिसने मेरे निर्वाचन क्षेत्र में आकर वहां के किसानों की सेवा करने का संकल्प किया है| काशी का सांसद होने के नाते मैं आपका ऋण हूं और खासकर बनास डेयरी का आभार व्यक्त करता हूं| पीएम मोदी ने कहा कि आज यहां बनास डेयरी प्लांट के लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल होने से कई गुनी खुशी बढ़ गई है| आज यहां जो भी लोकार्पण और शिलान्यास किए हैं, वह भविष्य निर्माण के उत्तम उदाहरण हैं| बनास डेयरी के चीज और व्हे प्लांट इत्यादि डेयरी सेक्टर के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं, परंतु बनास डेयरी ने तो यह भी साबित कर दिया है कि स्थानीय किसानों की आय बढ़ाने के लिए अन्य संसाथनों का भी उपयोग किया जा सकता है| उन्होंने कहा कि आलू और दूध कोई लेना-देना नहीं है, परंतु बनास डेयरी ने यह संबंध भी जोड़ दिया है| दूध, छांछ, दही, पनीर, चीज, आईस्क्रीम के साथ ही आलू टिक्की, आलू वेज, फ्रेंच फ्राइज जैसे उत्पादनों में भी बनास डेयरी के किसानों ने अपना सामर्थ्य दिखाया है| यह भारत के लोकल को ग्लॉबल बनने की दिशा में एक अच्छा कदम है| बनासकांठा जैसे कम बारिश वाले जिले की ताकत कांकरेज गाय, मेहसाणी भैंस और यहां के आलू के जरिए यहां के किसानों का भाग्य कैसे बदला जा सकता है यह आज हम बनासकांठा में देख सकते हैं| बनास डेयरी तो किसानों को आलू के अच्छे बीज उपलब्ध कराती है और उसके अच्छे भाव भी देती है| आलू किसानों के लिए करोड़ों रुपए की कमाई का एक साधन बन गया है| जो केवल आलू तक सीमित नहीं है| पीएम मोदी ने कहा कि मैंने लगातार स्वीट रिवॉल्यूशन की बात की है| शहद के जरिए किसानों की अतिरिक्त कमाई हो इसका आह्वान किया है, जिसे बनास डेयरी ने गंभीरता से अपनाया है| मुझे यह जानकर भी खुशी हुई है बनास डेयरी यहां मूंगफली और सरसव को लेकर भी योजना बनाई है और तेल संयंत्र लगाने जा रही है|