नई दिल्ली । उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर में ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर देश में सियासत जारी है। अब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के नेता सुनील आंबेकर ने कहा कि ज्ञानवापी का मामला चल रहा है। तथ्य सामने आ रहे हैं। मेरा मानना है कि हमें उन्हें बाहर आने देना चाहिए। किसी भी मामले में, सच्चाई हमेशा एक रास्ता खोजती है। आप इसे कब तक छुपा सकते हैं? मेरा मानना है कि समय आ गया है कि हम ऐतिहासिक तथ्यों को समाज के सामने सही परिप्रेक्ष्य में रखें। नई दिल्ली स्थित आरएसएस के संवाद प्रकोष्ठ इंद्रप्रस्थ विश्व संवाद केंद्र द्वारा आयोजित समारोह में संबोधित करते हुए सुनील आंबेकर ने यह बयान दिया। आंबेकर ने कहा कि मैं समझता हूं कि ज्ञानवापी मुद्दे का तथ्य सामने आने दिया जाना चाहिए। सच्चाई को अपना रास्ता तलाशने देना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि आप कितने समय तक सच को छिपाएंगे?। मेरा मानना है कि ऐतिहासिक तथ्यों को सही परिप्रेक्ष्य में समाज को सामने आना चाहिए।
वहीं इस कार्यक्रम में मौजूद केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने भी कहा कि जब उन्हें मस्जिद में शिवलिंग पाए जाने की जानकारी मिली तब वह भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि वह वाराणसी में ही थे, जब यह घटनाक्रम चल रहा था और वह भावुक हो गए। ज्ञानवापी मस्जिद-श्रृंगार गौरी विवाद मामले में गुरुवार को वाराणसी के सिविल कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। वाराणसी सिविल कोर्ट में जिन दो अर्जियों पर सुनवाई होगी उसमें पहला तो महिला वादियों का है, जिसमें उन्होंने नंदी के सामने स्थित वजूखाने में मिले कथित शिवलिंग के सामने की दीवार तोड़ने और उसके नीचे के तहखाने को तोड़कर कमीशन की कार्रवाई की मांग की गई है। दूसरी अर्जी सरकारी वकील महेंद्र प्रसाद पांडेय की है, जिसमें वजूखाने के सील होने से नमाजियों को होने वाली दिक्कत और तालाब में मछलियों के जीवन पर संकट को लेकर है। उधर सुप्रीम कोर्ट में भी आज अहम सुनवाई होनी है जिसमें हिंदू और मुस्लिम दोनों आज अपना-अपना पक्ष रखेंगे। सुप्रीम कोर्ट में हिन्दू सेना ने मुस्लिम पक्ष की याचिका ख़ारिज करने की भी याचिका दी है