इन्दौर जिले में प्राकृतिक खेती को पहुंचाया जायेगा गाँव-गाँव और खेत-खेत

इन्दौर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संकल्प अनुसार इन्दौर जिले में प्राकृतिक खेती को गाँव-गाँव और खेत-खेत तक पहुंचाने के लिये तैयारियां प्रारंभ कर दी गई है। जिले के किसानों को प्राकृतिक खेती के तौर तरीके समझाने और उन्हें प्राकृतिक खेती से जोड़ने के लिये प्रशिक्षक तैयार किये जा रहे है। इसी सिलसिले में आज लगभग सौ किसानों और कृषि विभाग के मैदानी अमले को प्रशिक्षक के रूप में तैयार किया गया। इसके लिये कृषि एवं सम्बद्ध विभागों के मैदानी अमले को प्राकृतिक कृषि का प्रशिक्षण कार्यक्रम कृषि विज्ञान केन्द्र कस्तुरबा ग्राम इन्दौर में आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम राज्य शासन, जिला प्रशासन तथा किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग द्वारा आयो‍जित किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में गांधीनगर गुजरात से आये प्राकृतिक कृषि के विशेषज्ञ तथा मास्टर ट्रेनर पी.के. शर्मा ने कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, बीज प्रमाणीकरण बीज निगम तथा कृषि विज्ञान केन्द्र के अधिकारी / कर्मचारियों के साथ प्राकृतिक कृषि करने किसानों को प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षित किसान एवं मैदानी अमला जिले के अन्य कृषकों को प्राकृतिक खेती के तौर तरीके बतायेंगे और उन्हें प्राकृतिक खेती के लिये प्रोत्साहित करेंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्राकृतिक कृषि के महत्व जैसे :- मिट्टी की उर्वरता का संरक्षण, खेती की लागत में कमी, सकल आय में वृद्धि, मानव स्वास्थ्य की सुरक्षा, मिट्टी की नमी धारण क्षमता में वृद्धि, भूमि के कटाव में कमी, भूमि के PH मान का संतुलन, पर्यावरण की सुरक्षा प्राकृतिक प्रकोप से रक्षण, विदेशी मुद्रा की बचत सहित प्राकृतिक खेती के आधार पर स्तम्भ बीजामृत, जीवामृत, घनजीवामृत, नीमास्त्र ब्रह्मस्त्र, अग्निअस्त्र, सप्तधान्य, दसांर्णी अर्क, नीमपेस्ट आदि के उपयोग के तरीके तथा इन्हें बनाने की विधि समझाई गई।
प्रशिक्षण में संयुक्त संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास आलोक मीणा, संयुक्त संचालक उद्यानिकी डी. आर. जाटव, कार्यक्रम समन्वयक कृषि विज्ञान केन्द्र डॉ. आलोक देशवाल, प्राचार्य कृषि विस्तार एवं प्रशिक्षण केन्द्र सी.एल. केवड़ा, उप संचालक पशुपालन सेवायें डॉ. अशोक कुमार बरेठिया, सहायक संचालक कृषि गोपेश पाठक, श्रीमति रश्मि जैन उप परियोजना संचालक आत्मा, विजय जाट सहायक संचालक कृषि,आर.एन. करोरिया सहायक संचालक कृषि, डॉ. आर. एस. टेलर वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र एवं सचिन माने विशेष रूप से उपस्थित थे।