अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे 35 व्हाट्सएप ग्रुप सरकार ने ब्लॉक किये

नई दिल्ली । देशभर में अग्निपथ योजना के विरोध के बीच केंद्र सरकार ने कुल 35 व्हाट्सएप ग्रुप ब्लॉक कर दिए जो इस योजना को लेकर गलत जानकारी फैला रहे थे। हालांकि सरकार तुरंत इन ग्रुप्स के खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई करने के मूड में नहीं दिख रही है। बता दें कि इस योजना की घोषणा के बाद से ही देश के अलग-अलग राज्यों में इसे लेकर विरोध प्रदर्शन का दौर शुरू हो गया था। जिन राज्यों में इस योजना को लेकर सबसे ज्यादा प्रदर्शन हुए उनमें बिहार, यूपी और हरियाणा जैसे राज्य शामिल हैं। बिहार में तो इस योजना को लेकर कई जगह पर हिंसक प्रदर्शन भी हुए। योजना से गुस्सा युवाओं ने ट्रेन तक में आग लगा दी। साथ ही बीजेपी के नेताओं के घरों पर हमला भी किया।
इस योजना में बदलाव को लेकर केंद्र सरकार ने रविवार को अपना पक्ष रखा था। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को तीनों सेना के प्रमुख के साथ बैठक की। इसके बाद योजना की विस्तृत जानकारी देने के लिए तीनों सेना के प्रमुखों ने प्रेस कान्फ्रेंस की। इसमें डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री अफेयर्स के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने केंद्र की योजना का पूरा खाका रखने के साथ तीन बातें स्पष्ट कर दीं। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि ये योजना वापस नहीं की जाएगी। दूसरा ये कि अग्निपथ योजना के विरोध में हिंसा में शामिल लोगों को भर्ती में कोई जगह नहीं मिलेगी। तीसरा ये कि योजना में युवाओं की चिंताओं को ध्यान में रखते हुए जो भी बदलाव किए गए हैं, वो किसी भी दबाव के तहत नहीं हैं, बल्कि ये प्रस्तावित थे।
सेना की ओर से इस पूरी कवायद का फोकस ये रहा कि युवा को समझाया जाए कि योजना उनके लिए फायदेमंद है। पीसी में शीर्ष रक्षा अधिकारी ने कहा कि भारतीय सेना में 30 साल की उम्र वाले सैनिकों की बड़ी संख्या है। सेना जवानों की उम्र का पहलू चिंताजनक है। ऐसे में हम सेना में जोश और होश दोनों का कांबिनेशन चाहते हैं। सैन्य अधिकारियों ने चार साल बाद बाहर किए गए 75 फीसदी अग्निवीरों के भविष्य के सवाल पर कहा, सिर्फ इस योजना में ही एग्जिट नहीं है, सेना से हर साल 17,600 सैन्यकर्मी समय पूर्व सेवानिवृत्ति लेते हैं।