इन्दौर । अपनी विधाओं से अलग गणेश वंदना के साथ शुरू हुआ संगीत का आयोजन धार्मिक गीतों के साथ-साथ क्लासिकल और पुराने नगमों एवं नए जमानों के गीतों को गाकर डॉक्टरों ने एक नया पैगाम दिया है। मौका था प्रीतमलाल सभागृह में आयोजित संस्था सबरंग एवं दशमेश हॉस्पिटल के तत्वावधान में समधुर संगीत नीशा का, जहां शहर के चिकित्सक विशेषज्ञ एक मंच पर मौजूद थे और अपने हाथों में माइक थामे मधुर गीतों की प्रस्तुतियां दे रहे थे।
जानकारी देते हुए कायक्रम संयोजक आफताब आलम कुरैशी ने बताया कि सर्जन डॉ. लुबाना, पेट रोग विशेषज्ञ डॉ. बी. एस. ठाकुर, छाती रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रमोद झंवर, फिजिशियन डॉ. संजय भटनागर, न्यूरो सर्जन डॉ. प्रशांत नेवालकर, महिला चिकित्सक डॉ. पूनम नेवालकर, सनावद के प्रसिद्ध फिजिशियन डॉ. सुरेश रांका एवं व बालक प्रेम विजयवर्गीय ने सुमधुर गीतों की प्रस्तुति देकर सभी का मन मोह लिया।
इस अवसर पर संस्था द्वारा समाज सेवा के क्षेत्र में विगत 30 वर्षों से कार्य करने वाले समाजसेवी मदन परमालिया, श्रीमती भाग्यश्री नवीन खरखड़िया, करन कुशवाह, मोहित गर्ग, डॉ. आमिर अली को शाल-श्रीफल, स्मृति चिन्ह देकर सम्मानीत किया।
इस अवसर पर मदन परमालिया सम्मान के प्रतिउत्तर में कहा कि कोरोना योद्धा डॉक्टरों के हाथों मिला यह सम्मान पद्मश्री से भी बड़ा है। इसे पाकर आज में अभिभुत हूँ।
समाजसेवका भाग्यश्री खरखड़िया ने अपने उद्बोधन में कहा कि मोक्ष की एक कदम यह मेरा उद्देश्य है और जिस कुल में मैने जन्म लिया है उनके सिखाए कार्यों को आगे बढ़ाना। लावारिश लाशों का अंतिम संस्कार और निराशिकों की सेवा करना ही मेरा उद्देश्य है।
कार्यक्रम का प्रारंभ माँ सरस्वती की प्रतिमा पर मातृशक्तियों द्वारा माल्यार्पण के साथ दीप प्रज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम का संचालन सतीश पाण्डे ने किया। अंत में आभार आफदाब आलम कुरैशी ने माना।