यूक्रेन । यूक्रेन पर लगातार हमले तेज कर रहा रूस अब और आक्रामता से साथ विमानों से बम बरसा रहा है। शुक्रवार देर रात यूक्रेन के दक्षिणपूर्वी शहर में क्रूज मिसाइल दागी जिससे तीन लोगों की मौत हो गई और 15 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इससे एक दिन पहले, रूस ने राजधानी कीव से दक्षिण पश्चिम में स्थित विनित्सिया पर मिसाइल हमला किया था जिसमें कम से कम 23 लोग मारे गए थे और 200 से ज्यादा घायल हुए थे। रूस का सैन्य अभियान मुख्य रूप से यूक्रेन के पूर्व में डोनबास पर केंद्रित है, लेकिन रूसी सेना देश के अन्य इलाकों पर भी बमबारी कर रही हैं ताकि यूक्रेन के नेताओं का मनोबल तोड़ा जा सके।
यूक्रेन की वायु सेना ने कहा कि टीयू-95एमएस बमवर्षक विमानों के जरिये दनिप्रो में स्थित एक फैक्टरी पर रात 10 बजे कई केएच-101 क्रूज मिसाइलों से हमला किया गया। वायु सेना ने कहा कि चार मिसाइलों को रोकने में सफलता मिली। क्षेत्र के गवर्नर वैलेन्टिन रेजनिचेंको ने कहा कि फैक्टरी और आसपास की सड़कों पर मिसाइल गिरी जिसमें कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और 15 अन्य घायल हो गए। इस बीच, रूसी सेना ने यूक्रेन के अन्य इलाकों में हमला किया है। युद्ध के करीब पांच महीने पूरे होने के मद्देनजर रूस की कोशिश यूक्रेनी नेताओं के अटूट मनोबल को तोड़ने की है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 24 फरवरी को आक्रमण की शुरुआत की थी। एक रूसी पनडुब्बी द्वारा यूक्रेनी शहर विनित्सिया पर किए गए ताजा क्रूज मिसाइल हमले में नागरिकों की जान जाने से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आक्रोश है।
जंग के जारी रहने के बीच रूस ने यूक्रेन को काला सागर के माध्यम से लाखों टन अनाज निर्यात करने की अनुमति देने के लिए एक संभावित सौदे को लेकर बातचीत में प्रगति के संकेत दिए। उच्च खाद्य कीमतों का सामना करने वाले देशों को इस सौदे से राहत मिल सकती है। रूस, तुर्की, यूक्रेन और संयुक्त राष्ट्र के बीच इस सप्ताह इस्तांबुल में हुई वार्ता की ओर इशारा करते हुए रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल इगोर कोनाशेनकोव ने कहा कि एक अंतिम दस्तावेज तैयार किया गया है और यूक्रेनी बंदरगाहों के माध्यम से अनाज भेजने में सहूलियत संबंधी रूसी प्रस्ताव का अधिकतर बड़े प्रतिभागियों ने समर्थन किया है। यूक्रेन के आंतरिक मामलों के मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि युद्ध के दौरान रूसी बलों ने नागरिकों को निशाना बनताते हुए 17 हजार से अधिक हमले किये, जिनमें हजारों लड़ाके और नागरिक मारे गये, जबकि लाखों लोगों ने घर छोड़ दिया।