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मच्छर की ही तरह है,जी.एस.टी.कानून।
जो जनता का चूसती,मित्रों निशदिन खून।।1
है खटमल सरकार से,जनता सारी त्रस्त।
जनता पर शासन सभी,करने वाले मस्त।।2
महंगाई से आजकल,जनता रही कराह।
फिर भी भोंदू भक्त गण,शासन रहे सराह।।3
चौदह में वादा किया,मिलेंगे पंद्रह लाख।
करी मशखरी आपने,झूठ खिलाए दाख।।4
महंगा आटा , दूध , घी,महंगी हुई पनीर।
जनता को मुश्किल हुई,देखो खाना खीर।।5
औषधि भी महंगी मिले,महंगी मिलती खाद।
सुनने वाला कौन है,कृषकों की फरियाद।।6
डीजल महंगा खूब कर,करी दोगुनी आय।
मुश्किल फसलें सींचना,कृषक रहे चिल्लाय।।7
©-सर्वाधिकार सुरक्षित।
-: दोहाकार :-
…✍️पं०जसकरन लाल शर्मा ‘न्यायी’
पता-गोला गोकर्णनाथ जिला-खीरी,उ.प्र.