पिछले साल की तुलना में 2022 में हीटवेव से 5 गुना अधिक झुलसा भारत, उत्तराखंड पर पड़ी सबसे ज्यादा मार

नई दिल्ली । देश में इस साल रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ी। हीट वेव के कारण पहाडों से लेकर मैदानों तक पूरा भारत परेशान रहा। इस साल गर्मी का मौसम अन्य सालों की तुलना में सबसे गर्म रहा। हीट वेव की बात करें तो इस साल भारत में 203 दिन हीटवेव वाले रहे हैं, जो हालिया वर्षों में सबसे अधिक हैं। सबसे ज्यादा हीटवेव उत्तराखंड में रिकॉर्ड किए गए। उत्तराखंड में 28 दिनों तक, इसके बाद राजस्थान में 26 दिनों तक, पंजाब और हरियाणा- दोनों राज्यों में 24 दिनों तक, झारखंड में 18 दिनों तक और दिल्ली में 17 दिनों तक हीट वेव दर्ज की गई है।
लोकसभा में मिनिस्ट्री ऑफ अर्थ साइंस द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक इस साल देश में हीटवेव दिनों की कुल संख्या पिछले साल की तुलना में 5 पांच गुना अधिक रही है। पंजाब और हरियाणा में पिछले साल की तुलना में 2022 में 12 गुना अधिक हीटवेव दिनों की रिपोर्टिंग की गई है। डेटा से पता चलता है कि असम, हिमाचल और कर्नाटक ने इस साल किसी भी दिन हीटवेव की सूचना नहीं दी है।
यदि किसी शहर का अधिकतम तापमान मैदानी इलाकों के लिए कम से कम 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक और पहाड़ी इलाकों के लिए कम से कम 30 डिग्री सेल्सियस या अधिक तक पहुंच जाता है, तो आईएमडी इसे हीटवेव मानता है। वहीं समुद्र तटीय क्षेत्रों में हीट वेव तब माना जाता है, जब अधिकतम तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस या अधिक हो, बशर्ते वास्तविक अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक हो। भारत में हीट वेव मुख्य रूप से मार्च से जून के दौरान और कुछ रेअर मामलों में जुलाई में भी देखा गया है। अर्थ साइंस मिनिस्टर जितेंद्र सिंह ने कहा कि 2022 में देश ने मार्च और अप्रैल के दौरान लंबे समय तक हीटवेव का अनुभव किया। मार्च 2022 का औसत अधिकतम तापमान राष्ट्रीय स्तर पर 33.1 डिग्री सेल्सियस था। उत्तर पश्चिम भारत में औसत अधिकतम तापमान 30.7 डिग्री सेल्सियस था। मध्य भारत में औसत अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस था।