:: रणजी चैम्पियन बनने का जश्न व एमपीसीए का सालाना पुरस्कार समारोह सम्पन्न ::
इन्दौर । म.प्र. क्रिकेट संगठन द्वारा स्थानीय ग्रैंड शेरेटन होटल में आयोजित सालाना पुरस्कार समारोह में रणजी चैंपियन मध्य प्रदेश क्रिकेट टीम सहित प्रदेश के क्रिकेटरों को पूर्व भारतीय टेस्ट कप्तान अनिल कुम्बले के मुख्य आतिथ्य व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की अध्यक्षता में पुरस्कृत किया गया।
पुरस्कार समारोह के दौरान मध्य प्रदेश रणजी टीम की सफलता को लेकर तैयार की गई एक वीडियो फिल्म भी दिखाई गई। इसमें बताया गया कि किस तरह से मध्य प्रदेश टीम ने अपनी तैयारी की, मैच दर मैच कैसे टीम आगे बढ़ी। समारोह में करीब साढ़े चार करोड़ रुपये के पुरस्कार बांटे गए। चार करोड़ रुपये का चेक रणजी ट्राफी चैंपियन मध्य प्रदेश टीम और कोच को भेंट किया गया। वहीं प्रत्येक चयनकर्ता को 7.30 लाख रुपये दिए गए। इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, बीसीसीआई के पूर्व सचिव संजय जगदाले, एमपीसीए के अध्यक्ष अभिलाष खांडेकर, कोच चन्द्रकांत पंडित सहित अन्य पदाधिकारी मंच पर मौजूद थे। पूर्व भारतीय विकेटकीपर किरण मोरे भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
उल्लेखनीय है कि पहले यह कार्यक्रम जुलाई में होना था, लेकिन जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या के बाद देश में राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया था, जिसके बाद एमपीसीए ने यह कार्यक्रम में स्थगित कर दिया था। मध्यप्रदेश 43 बार के रणजी चैंपियन मुंबई को हराकर इस साल रणजी चैंपियन बनी थी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व पूर्व भारतीय टेस्ट कप्तान अनिल कुंबले ने कहा – मध्य प्रदेश की जीत मेरे लिए भी एक जुड़ाव रखती है। मध्यप्रदेश ने मेरे घर बेंगलुरु में जीत हासिल की है। मैं पूरी टीम को बधाई देता हूं। भारतीय क्रिकेट आगे बढ़ रहा है। पिछले कुछ सालों में सौराष्ट्र, विदर्भ, गुजरात और मप्र ने रणजी ट्राफी जीती है। चंद्रकांत पंडित ने इस टीम को गढ़ा है। फ़ाइनल में तीन बल्लेबाजों ने शतक लगाए मैं हमेशा सोचता हूं कि पहली पारी की बढ़त से जीत क्यों, जीत तो सीधी होना चाहिए। मप्र ने अधिकाश मैच सीधे जीते।
कुंबले ने कहा कि मैंने राजेश चौहान और नरेंद्र हिरवानी के साथ गेंदबाजी की और अमय खुरासिया के साथ बहुत खेला हूं। आवेश के साथ भी कुछ समय बिताया। मप्र क्रिकेट की सफलता से सबसे ज्यादा खुश संजय जगदाले होंगे क्योंकि वे हमेशा क्रिकेट के बारे में सोचते हैं। हर क्रिकेटर का सपना होता हैं रणजी ट्राफी जीतना। पहली बार जितना मुश्किल होता है लेकिन ख़िताब का बचाव करना और भी मुश्किल है। आपको शुभकामनाएं। मुझे ख़ुशी है कि इस टीम में कोई सुपर स्टार नहीं था, सभी टीम की तरह खेले और जीते। चंद्रकांत पंडित को मैं क्रिकेट का एलेक्स फर्ग्यूसन मानता हूं, जो हर टीम को चैंपियन बनाते हैं। अब वे आईपीएल टीम के साथ जुड़ गए हैं, मैं शुभकामनाएं देता हूं कि वे वहां भी यही संस्कृति लाएं। समारोह को केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने भी सम्बोधित किया।
:: तीन लोगों को निष्काम कर्म योगी सम्मान ::
82 साल के इन्दौर के कन्नू पंवार, 70 साल के उज्जैन के सलीम खान, 82 साल के विमल चंद्र जैन को सम्मानित किया गया। विमल जैन की आयु को देखते हुए उन्हें सम्मानित करने के लिए सभी अतिथि मंच से नीचे पहुंचे। दो लोगों को लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार दिया गया। खेल के क्षेत्र में यह सम्मान विजय नायडू और खेल प्रशासन के क्षेत्र में श्रवण गुप्ता को सम्मान दिया गया। वरिष्ठ शिक्षाविद, लेखक और हिंदी साहित्य समिति के प्रधानमंत्री प्रो. सूर्यप्रकाश चतुर्वेदी की क्रिकेट पर लिखी पुस्तक ‘क्रिकेट की मार्केटिंग’ का विमोचन भी किया गया। एमपी की अंडर-19 महिला टीम को भी पुरस्कृत किया गया। युवा क्रिकेटर शुभम शर्मा को माधव राव सिंधिया अवार्ड से सम्मानित किया। उन्होने पुरस्कार स्वरूप 1 लाख रू. की राशि पुरस्कार स्वरूप दी गई। जूनियर क्रिकेटर टीम मेंम्बर रितेश शाक्य को 1 लाख रू. के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। महारानी उषादेवी अवार्ड सीनियर क्रिकेटर नेहा बुडविक को दिया गया, इसी प्रकार अनुष्का शर्मा को भी 50 हजार रू. की पुरस्कार राशि दी गई। कार्यक्रम का संचालन संस्कृतिकर्मी संजय पटेल ने किया। अभार प्रदर्शन एमपीसीए के सचिव संजीव राव ने किया।