:: बार-बार ट्रांसफार्मर खराब हो तो सीई मौके पर पहुंचे व रिपोर्ट दे ::
:: आरडीएसएस की जानकारी जनप्रतिनिधियों को दी जा एः प्रबंध निदेशक तोमर
इन्दौर । शहरों में बड़ी संख्या में गैर घरेलू कनेक्शन है, गैर घरेलू कनेक्शन के मीटर खराब हो तो उन्हें तुंरत बदला जाए, इस मामले में लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सीएम हेल्प लाइन में दर्ज प्रकरणों को जेई से लेकर सीई गंभीरता से ले, इनका समाधान समय पर कराए।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इन्दौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने ये निर्देश दिए। मंगलवार को कंपनी क्षेत्र के 100 अधिकारियों की मिटिंग में उन्होंने कहा कि फीडरों की जानकारी मीटर डाटा मैनेजमेंट (एमडीएम) में समय पर दर्ज कराए, ताकि ऑन लाइन नजर आए, जो यह कार्य पूर्णं नहीं कर पा रहे है, वे अगले सात दिनों में डाटा एमडीएम में हर हाल में दर्ज करें। तोमर ने कहा कि कुक्षी, आगर, शाजापुर व अन्य स्थानों पर भारी वर्षा के बाद ट्रिपिंग ज्यादा आई है, इसे समय पर ठीक करे, इन स्थानों के सीई इस बारे में रिपोर्ट प्रस्तुत करे। उन्होंने कहा कि मैंटेनेंस कार्य की इंट्री स्पेक माड्यूल में ऑन लाइन नजर आना चाहिए, ताकि गड़बड़ी पाए जाने पर जिम्मेदारी तुरंत बताई जा सके। व्यवस्था सुधार से डीटीआर के फेल रेट में और कमी आएगी। जहां भी डीटीआर बार बार फेल होने की शिकायत है, वहां सप्ताह में सीई जरूर जाए एवं रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय भेजे। उन्होंने कहा कि सभी 15 जिलों में करोड़ों के आरडीएसएस के कार्य कराए जाएंगे, जन प्रतिनिधियों को क्षेत्रीय कार्यों की या विधानसभावार कार्यों की सूची दी जाए, ताकि उन्हें उनके क्षेत्र में होने वाले विकास कार्य की वस्तुस्थिति पता चले। तोमर ने विजिलेंस रिकवरी में तेजी और दो वर्ष से भुगतान नहीं करने वालों से रिकवरी के निर्देश दिए। विजिलेंस के दर्ज प्रकरणों से संबंधित उपभोक्ताओं से लगभग 140 करोड़ रूपए वसूले जाना है। तोमर ने साइबर सिक्यूरिटी गाइड लाइन का पालन करने के भी निर्देश दिए। मिटिंग के दौरान मुख्य महाप्रबंधक रिंकेश कुमार वैश्य, कार्यपालक निदेशक मनोज झंवर, संजय मोहासे, गजरा मेहता, कैलाश शिवा, पुनीत दुबे, बीएल चौहान, मनोज शर्मा, डीएन शर्मा आदि ने भी विचार रखे।