अंतर्जातीय 60 जोड़ो ने थामा एक-दूसरे का हाथ, दहेज न लेने-देने की शपथ भी दिलाई

इन्दौर । मुनिंदर धर्मार्थ ट्रस्ट एवं सतलोक आश्रम की मेजबानी में कबीरपंथी अध्यात्मवादी एवं समाज सुधारक जगतगुरू तत्वदर्शी संत रामपाल महाराज के आव्हान पर इन्दौर-सांवेर रोड़ स्थित सतलोक आश्रम पर 3 दिवसीय महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। तीन दिवसीय महोत्सव की शुरूआत मंगलवार से हुई। सतलोक आश्रम में बुधवार को अन्तर्जातीय 60 जोड़ों का विवाह बिना दहेज व सादगी पूर्वक संपन्न कराया गया। वहीं सभी जोड़ों को दहेज न लेने-देने की शपथ भी इस दौरान दिलाई गई। 3 दिवसीय महोत्सव के दूसरे बुधवार को भव्य रक्तदान शिविर भी लगाया गया जिसमें 480 भक्तों ने रक्तदान किया एवं 20 हजार अनुयायियों ने देहदान का संकल्प लिया।
मुनिंदर धर्मार्थ ट्रस्ट एवं सतलोक आश्रम के सेवादारों ने बताया कि इन्दौर जिले की सांवेर तहसील के ग्राम किठोदा में स्थित सतलोक आश्रम में 60 से अधिक जोड़ो का बिना किसी दान-दहेज, साज-सज्जा, बगैर श्रृंगार एवं किसी भी प्रकार के फिजूल खर्चे के मात्र 17 मिनट में विवाह की रस्में संपन्न कराई गई। वहीं इस तीन दिवसीय महोत्सव में देश भर के अनुयायी आश्रम में जुटे हुए हैं। आश्रम के अनुयायियों का कहना है कि तीन दिवसीय महोत्सव में 20 से 25 लाख लोगों के आने का अनुमान है। जिनके लिए आश्रम पर ही रहने,खाने की व्यवस्था की गई। महोत्सव के दूसरे दिन बाहार से आने वाले अनुयायियों के लिए शुद्ध देशी घी के लड्डू,जलेबी, हलवा, सब्जी पूड़ी, दाल-चावल का प्रसाद बनाया गया। जिसमें सभी भक्तों ने ग्रहण किया। मंगलवार से आयोजित महोत्सव में दो दिनों में ही लगभग 18 लाख लोगो ने पहुंचकर विशाल भंडारे में महाप्रसादी ग्रहण की। कबीरपंथियों ने संत रामपाल जी महाराज के 72वे अवतरण दिवस पर सेवादारों द्वारा पूरे आश्रम को सजाया गया।
:: कारों का लगा काफिला ::
अनुयायियों ने बताया कि 3 दिवसीय महोत्सव में आश्रम के बाहार कारों का काफिला लग गया। आश्रम की दोनो ओर लगभग 5 से 6 किलोमीटर तक गाड़‍ियों की लंबी कतार लगी हुई थी। आश्रम के सेवादारों ने बताया की महोत्सव में व्यवस्थाएं न बिगड़े इसके लिए संगत को आकर प्रसाद ग्रहण कर पुन: अपने गंतव्य पर जाने की हिदायत भी दी गई है। जिसे कार्यक्रम में किसी प्रकार की अव्यवस्था ना फैले।