खंडवा/इन्दौर । संस्कृति, पर्यटन और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री सुश्री उषा ठाकुर खंडवा में 13 अक्टूबर 2022 को राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान से तीन विभूतियों को विभूषित करेंगी। समारोह में वर्ष 2019 में पटकथा के लिये मुंबई के अशोक मिश्रा, वर्ष 2020 में गीत लेखन के लिये अमिताभ भट्टाचार्य और वर्ष 2021 में निर्देशन के लिये विवेक रंजन अग्निहोत्री को राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान से अलंकृत किया जायेगा। संस्कृति विभाग का प्रतिष्ठित राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान अलंकरण समारोह खण्डवा में पंधाना रोड स्थित पुरानी अनाज मंडी में संध्या 7 बजे से होगा। अलंकरण समारोह के बाद संगीत संध्या होगी, जिसमें प्रख्यात गायक देबोजीत साहा एवं ग्रुप, मुम्बई की सांगीतिक प्रस्तुति होगी।
उल्लेखनीय है कि संस्कृति विभाग ने उत्कृष्टता एवं सृजन को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित करने की अपनी सुप्रतिष्ठित परम्परा का अनुसरण करते हुये सिनेमा के क्षेत्र में निर्देशन, अभिनय, पटकथा तथा गीत लेखन के लिये वार्षिक राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान की स्थापना वर्ष 1997 में की थी। यह सम्मान उत्कृष्टता, दीर्घ साधना, श्रेष्ठ उपलब्धि के मानदण्डों के आधार पर प्रदान किया जाता है। यह सम्मान अब तक सिनेमा जगत के कई विशिष्ट व्यक्तियों को प्रदान किया जा चुका है, जिनमें हृषिकेश मुखर्जी, नसीरुद्दीन शाह, गुलजार, बी.आर. चोपड़ा, अमिताभ बच्चन, श्याम बेनेगल, शत्रुघ्न सिन्हा, मनोज कुमार, यश चोपड़ा, देव आनन्द, दिलीप कुमार सहित अन्य नाम शामिल हैं।
:: पटकथाकार अशोक मिश्रा ::
अशोक मिश्रा नाटककार, गीतकार और पटकथा लेखक हैं। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) से स्नातक, उन्होंने बारह नाटक लिखे हैं। वह नसीम (1996) और समर (1999) के लिए सर्वश्रेष्ठ पटकथा के लिए दो बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता हैं। उन्होंने वेलकम टू सज्जनपुर (2008) के लिए सर्वश्रेष्ठ संवादों के लिए स्टार स्क्रीन अवार्ड भी जीता है।
:: गीतकार अमिताभ भट्टाचार्य ::
अमिताभ भट्टाचार्य गीतकार और गायक हैं। उन्हें सबसे पहले प्रसिद्धि फिल्म देव-डी के गाने इमोशनल अत्याचार से मिली। इसके बाद उन्होंने अमित त्रिवेदी के साथ बैंड मास्टर रंगीला और रसीला गाना गाया। उन्होंने बॉलीवुड के कई गानों में अपनी आवाज दी है और साथ ही कई गाने भी लिखे। उनकी पहली फिल्म आमिर थी।
:: फिल्म निर्देशक व लेखक विवेक रंजन ::
विवेक रंजन अग्निहोत्री फिल्म निर्देशक और पटकथा लेखक है। 2019 से वे केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के पैनल के सदस्य हैं। उन्हें 2019 में सर्वश्रेष्ठ पटकथा के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मनित किया गया था। निर्देशक के तौर पर उन्होंने चॉकलेट नामक फिल्म से शुरुआत की थी। द ताशकंद फाइल्स एवं द कश्मीर फाइल्स के लिए उन्हें प्रसिद्धि मिली।